Edited By Vikas kumar, Updated: 08 Sep, 2019 03:40 PM
डीआरडीओ के डायरेक्टर सुधीर मिश्रा ने चंद्रयान-2 को लेकर कहा कि चांद के इतना पास पहुंचा देना किसी सफलता से कम नहीं है। चंद्रयान-2 का चंद्रमा की सतह पर पहुंचने से पहले ही संपर्क टूटने पर मिश्रा ने कहा दुख तो हो रहा है लेकिन हमारे वैज्ञानिकों ने कमियों...
जबलपुर: डीआरडीओ के डायरेक्टर सुधीर मिश्रा ने चंद्रयान-2 को लेकर कहा कि चांद के इतना पास पहुंच जाना यह किसी सफलता से कम नहीं है। चंद्रयान-2 का चंद्रमा की सतह पर पहुंचने से पहले ही संपर्क टूटने पर मिश्रा ने कहा दुख तो हो रहा है लेकिन हमारे वैज्ञानिकों ने कमियों को ढूंढ लिया है। अगली बार यह मिशन जरुर कामायाब होगा। जबलपुर के रहने वाले डॉक्टर सुधीर कुमार मिश्रा आज अपने मॉडल स्कूल पहुंचे थे।
असफलताओं से सीखना ज़रूरी
डीआरडीओ और ब्रम्होस एयरोस्पेस के डायरेक्टर डॉक्टर सुधीर मिश्रा ने पूर्व राष्ट्रपति और मिसाईलमैन डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम का किस्सा सुनाते हुए कहा कि वो भी एसएलवी की लॉन्चिंग में फेल हो गए थे, लेकिन वह निराश नहीं हुए। उन्होंने असफलताओं से सीखा और फिर देश को मिसाईल की दुनिया में एक से बढ़कर एक सफलताएं दिलाईं।
देश में शांति बने रहें, अपने बनाए हथियारों की जरुरत ना पड़े
बता दें कि डॉ मिश्रा दुनिया में सबसे तेज गति वाली ब्रम्होस मिसाईल के ब्रम्होस एयरोस्पेस के डायेक्टर भी हैं। उन्होंने कहा कि आज हमारा देश जमीन, समुद्र और आकाश तीनों से ब्रम्होस मिसाईल दागने में सक्षम है, जिसकी एक्यूरेसी देश के लिए फक्र की बात है लेकिन डीआरडीओ चाहता है कि देश में शांति बनी रहे और उसे अपने बनाए हथियार इस्तेमाल करने की कभी जरुरत ना पड़े।