Edited By suman, Updated: 14 Feb, 2019 09:10 AM
मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तमाम मुद्दों को लेकर नई सरकार को घेरते आ रहे हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ को कई चिट्ठियां लिखने के बाद शिवराज ने सीएम कमलनाथ से मुलाकात की है। बुधवार को होने वाली मुलाकात को...
भोपाल: मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तमाम मुद्दों को लेकर नई सरकार को घेरते आ रहे हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ को कई चिट्ठियां लिखने के बाद शिवराज ने सीएम कमलनाथ से मुलाकात की है। बुधवार को होने वाली मुलाकात को लेकर पहले ही उन्होंने मीडिया में कहा था कि वो जल्द ही सीएम से मिलकर कानून व्यवस्था, पिछली सरकार की महत्वपूर्ण योजना समेत तमाम प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
इस बारे में हुई चर्चा
शिवराज बुधवार शाम को बल्लभ भवन पहुंचकर मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिले| इस मुलाकात के बाद पूर्व सीएम ने मीडिया को इस मुलाकात में हुई चर्चा के बारे में बताया पूर्व सीएम ने बताया कि 'ओम्कारेश्वर में अद्वैत संस्थान बने। वहाँ आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फ़ीट की प्रतिमा बननी चाहिए, हमने बजट में 21 करोड़ का प्रावधान किया था। जमीन आवंटित की गई थी, शिलान्यास हो चुका था, गांव गांव से कलश में मिटटी लेकर आए थे। अद्वैत संस्थान बने क्योंकि यह एक जन अभियान था, जिसमे करोड़ो लोग जुड़े थे। ऐसे में मेरी ड्यूटी है कि अद्वैत वेदांत संस्थान बने इसके लिए मुख्यममंत्री से आग्रह किया है।'
शिवराज सिंह ने कहा कि 'हमने प्रदेश में किसानों के मुद्दों पर बात की है। कर्ज माफी में कन्फ्यूज़न है उसे दूर करने का आग्रह किया| चुनाव पूर्व सरकार ने जो कहा था कर्ज़ माफ होना चाहिए। वहीं जो फसलों को नुकसान हुआ है उसका तत्काल किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए|
सरकार है तबादलों में व्यस्त
तबादलों को लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि एमपी में लॉ एंड आर्डर दुरुस्त करने के बजाय सरकार तबादले करने में व्यस्त है। जिस ढंग से तबादले हुए हैं वो असाधारण है, रोज रोज मनचाहे ढंग से अधिकारी बदले जा रहे हैं। अब प्रशासन की चुस्ती पर, कानून व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए। मध्य प्रदेश शांति का टापू रहा है, घटनाएं दूसरी सरकार में भी होती थी। लेकिन इस समय जैसा माहौल बना है, अपहरण की घटनाएं हो रही है। इसको नहीं रोका गया तो डाकू फिर सर उठा लेंगे जो हमने अपने शासन में खत्म कर दिए थे।