Edited By Himansh sharma, Updated: 18 Aug, 2025 03:06 PM

मध्यप्रदेश के जबलपुर में हुई 15 करोड़ की बैंक डकैती केस में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है।
जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में हुई 15 करोड़ की बैंक डकैती केस में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। दमोह जिले से वारदात के मास्टरमाइंड रईस समेत चार लोगों को दबोच लिया गया है। पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। आरोपियों ने कबूला कि इससे पहले वे राजगढ़ जिले में भी बड़ी चोरी की वारदात कर चुके हैं। राजगढ़ प्रकरण में ये सभी जेल जा चुके थे और जमानत पर बाहर आने के बाद जबलपुर की डकैती की साजिश रची थी।
खितौला मोड़ पर स्थित इसाफ (ESAF) स्मॉल फाइनेंस बैंक में दिनदहाड़े 15 करोड़ रुपये की डकैती हुई थी। घटना के समय पांच हथियारबंद नकाबपोश बदमाश बैंक में घुसे और स्टाफ को बंधक बनाकर 15 किलो सोना व 5 लाख 70 हजार रुपये कैश लूट ले गए। इस बड़ी वारदात के बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई और पुलिस ने तुरंत 30 टीमें बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू की थी।
जांच के दौरान सामने आया कि वारदात के बाद आरोपी दमोह भाग गए थे। वहां से मास्टरमाइंड रईस ने अपने तीन साथियों को झारखंड जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया। चोरी किया गया सोना वही आरोपी लेकर गए। रईस और अन्य साथियों के हिस्से में ढाई-ढाई लाख रुपये आए। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर 1.83 लाख रुपये नगद बरामद कर लिए हैं। इसके अलावा दो बाइक, चार मोबाइल फोन, एक कट्टा और जिंदा कारतूस भी जब्त किए गए।
बताया जा रहा है कि रईस की राजगढ़ जेल में ही अन्य आरोपियों से पहचान हुई थी। वहीं से ये गिरोह बना और बाहर आते ही बैंक डकैती का प्लान तैयार किया। वारदात के बाद आरोपी पाटन और इंद्राना इलाके में भी छिपे रहे थे। पुलिस की सक्रियता और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों तक पहुंचने में सफलता मिली।