Edited By Vikas kumar, Updated: 30 Aug, 2019 11:52 AM
इंदौर के प्रसिद्ध खजराना मंदिर को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। भारत सरकार के खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने यहां की भोजनशाला को सेफ भोग प्लेस का प्रमाण पत्र देने के लिए चयनित है..
उज्जैन: इंदौर के प्रसिद्ध खजराना मंदिर को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। भारत सरकार के खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ने यहां की भोजनशाला को सेफ भोग प्लेस का प्रमाण पत्र देने के लिए चयनित है। बता दे कि राज्य का खजराना मंदिर दूसरा ऐसा मंदिर है, जिसे सेफ भोग प्लेस का प्रमाण पत्र के लिए चयनित किया गया है। इससे पहले उज्जैन के महाकाल मंदिर की भोजनशाला को यह प्रमाण पत्र मिल चुका है।
दरअसल, खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष स्वामी ने बताया, एफएसएसएआई ने खजराना गणेश मंदिर की प्रबंधन समिति के नाम सेफ भोग प्रमाणपत्र जारी किया है। उन्होंने बताया कि एफएसएसएआई ने खजराना गणेश मंदिर परिसर में मिलने वाले प्रसाद और श्रद्धालुओं को परोसे जाने वाले भोजन को लेकर कुछ दिन पहले विस्तृत ऑडिट किया था। जांच में पाया है क यहां मिलने वाला प्रसाद और अन्य खाद्य सामग्री शुद्घ एवं सुरक्षित होती है। यह प्राचीन मंदिर भगवान शिव के देश भर में फैले 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
इस सर्टिफिकेट के लिए कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव और निगमायुक्त आशीष सिंह ने पहल की थी। इसके तहत जाटव और सिंह ने भोजनशाला के कर्मचारियों और दुकानदारों को खास प्रशिक्षण देने की योजना बनाई। जिसके तहत उन्हें कच्ची सामग्री का भंडारण, परिवहन, कीटों के प्रवेश एवं पनपने पर रोक, फर्श दीवारों आदि की सफाई, मक्खियों, मच्छर एवं अन्य कीड़ों को रोकने के लिए जाली, जंक युक्त बर्तन एवं मशीनरी का उपयोग करने का प्रशिक्षण दिया गया।