Edited By Himansh sharma, Updated: 07 Sep, 2024 01:11 PM
गणेश जी को बैंडबाजों के साथ शाही पालकी में जूनी इंदौर स्थित गणेश मंदिर ले जाया गया।
इंदौर। (सचिन बहरानी): प्रतिवर्ष के अनुसार इस वर्ष भी इंदौर के आड़ा बाजार में स्थापित होने वाले गणेश जी को बैंडबाजों के साथ शाही पालकी में जूनी इंदौर स्थित गणेश मंदिर ले जाया गया। इसी के साथ ही राजबाड़ा स्थित गणेश हॉल में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सरकारी गणेश की स्थापना की गई, बता दें की गणेश उत्सव के पावन पर्व पर होल्कर वंशीय सरकारी गणेश जी की प्रतिवर्ष स्थापना की जाती है।
इस परम्परा को आज करीब 165 वर्ष पूरे हो चुके हैं, शनिवार को आड़ा बाजार में विराजित होने वाले सरकारी गणेश जी को राजशाही ठाट के साथ ले जाया गया। जूनी इंदौर स्थित खरगोनकर परिवार के गणेश मंदिर पर सर्वप्रथम सरकारी गणेश जी की पूजा अर्चना की गई। आरती के पश्चात सरकारी गणेश जी को पालकी में बैठाकर बैंडबाजों के साथ आड़ा बाजार ले जाया गया।
जहां विधिविधान के साथ सरकारी गणेश की स्थापना की गई। बता दें कि यहां गणेश जी की स्थापना पांच दिनों के लिए ही की गई है। होलकर वंशीय परिवार के सदस्य ने 165 वर्षों पुरानी पंरपरा को कायम रखने की बात कही साथ श्री गणेश से शहर के साथ-साथ देश में सुख शांति और समृद्धि की प्रार्थना की। गणेश उत्सव के पावन पर पर्व होलकर वंशीय गणेश स्थापना के साथ पूरे शहर में विघ्नहर्ता गणेश विराजमान हुए।