Edited By Vikas Tiwari, Updated: 14 Dec, 2025 08:16 PM

मंदसौर में शासकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने की लड़ाई अब और गंभीर होती जा रही है। प्रतापगढ़ हाईवे रोड स्थित नाका नंबर-10 की शासकीय भूमि को लेकर चल रहे मामले में शिकायतकर्ता पंजाब केसरी के पत्रकार शाहरुख मिर्जा को लगातार धमकियां मिलने का आरोप...
मंदसौर (शाहरुख मिर्जा): मंदसौर में शासकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने की लड़ाई अब और गंभीर होती जा रही है। प्रतापगढ़ हाईवे रोड स्थित नाका नंबर-10 की शासकीय भूमि को लेकर चल रहे मामले में शिकायतकर्ता पंजाब केसरी के पत्रकार शाहरुख मिर्जा को लगातार धमकियां मिलने का आरोप सामने आया है, जो अब शहरभर में चर्चाओं का विषय बन गया है।
वर्ष 1938-39 से शासकीय दर्ज इस भूमि को भूमाफियाओं द्वारा हड़पने के प्रयासों को लेकर पत्रकार शाहरुख मिर्जा ने जिला प्रशासन को लिखित शिकायत दी थी। जांच में तहसील न्यायालय मंदसौर के प्रतिवेदन में भूमि शासकीय पाई गई, वहीं एसडीएम मंदसौर ने वाद दायर करने की अग्रिम कार्यवाही के निर्देश भी दिए। इसके बाद से ही कथित रूप से बौखलाए भूमाफियाओं द्वारा पत्रकार को झूठे मामलों में फंसाने, बदनाम करने और शारीरिक नुकसान पहुंचाने की धमकियों की चर्चाएं सामने आ रही हैं। शिकायतकर्ता का आरोप है कि शासकीय भूमि बचाने की इस लड़ाई में दबाव बनाने के उद्देश्य से उनके खिलाफ झूठी शिकायतें कराई जा रही हैं। उन्होंने इस संबंध में जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर सुरक्षा की मांग भी की है।
अब लोगों को उम्मीद है कि कलेक्टर मंदसौर श्रीमती अदिति गर्ग इस गंभीर मामले में सख्त कदम उठाते हुए नाका नंबर-10 स्थित बहुमूल्य शासकीय भूमि को अतिक्रमण-मुक्त कराएंगी और साथ ही शिकायतकर्ता पत्रकार को सुरक्षा प्रदान की जाएगी, ताकि शासकीय संपत्ति को जनहित में सुरक्षित रखा जा सके।