Edited By meena, Updated: 21 May, 2022 02:24 PM
आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है… इस बात को सार्थक किया डॉ. प्रदीप चांदे ने। डॉ. चांदे ने सफाई में सुविधा के इरादे से सीलिंग फैन में कुछ ऐसे मॉडिफिकेशन किये कि ये फैन सुसाइड प्रूफ भी बन गया। फैन बनाने वाली कंपनियां इस तकनीक को अपनाए तो
इंदौर(गौरव कंछल): आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है… इस बात को सार्थक किया डॉ. प्रदीप चांदे ने। डॉ. चांदे ने सफाई में सुविधा के इरादे से सीलिंग फैन में कुछ ऐसे मॉडिफिकेशन किये कि ये फैन सुसाइड प्रूफ भी बन गया। फैन बनाने वाली कंपनियां इस तकनीक को अपनाए तो पंखे से लटककर आत्महत्या के मामले बंद हो सकते हैं। एसजीएसआईटीएस के पूर्व डॉयरेक्टर व आईआईएम इंदौर, एमएनआईटी भोपाल जैसी कई उच्च शिक्षण संस्थान में रह चुके डॉ. पीके चांदे ने महज सफाई करने के इरादे से सीलिंग पंखे में कुछ मॉडिफिकेशन किये। उद्देश्य तो पंखे की सफाई करने का था लेकिन इस मॉडिफिकेशन के बाद ऐसा पंखा तैयार हो गया जिसपर फांसी नहीं लग सकेगी।
सुसाइड प्रूफ इस पंखे का फाइनल प्रोटोटाइप इन्क्यूबेशन सेंटर में लगी थ्री डी प्रिंटिंग मशीन की मदद से तैयार किया गया है। यह पंखा तीन मैकेनिकल सिस्टम इलेक्ट्रिक कपलर, सिस्टम ट्राई मोड्यूलर लॉक और टेलिस्कोपिक पाइप के जरिए काम करता है। डॉ. चांदे बताते है कि वे पंखे की सुविधाजनक सफाई के लिए इस तकनीक को तैयार करना चाहते थे, लेकिन मॉड्यूलर लॉक वाले टेलिस्कोपिक पाइप से ये सुसाइड प्रूफ फैन भी तैयार हो गया।
अब यदि कोई व्यक्ति फांसी लगाने की कोशिश करेगा तो पंखा नीचे गिर जाएगा। डॉ. चांदे ने बताया कि वे इस तकनीक को लेकर कुछ कंपनियों से संपर्क में है। पंखे के अलावा भी डॉ. चांदे डिजास्टर मैनेजमेंट को लेकर भी काम कर रहे है। जल्द ही 311 एप उनके तैयार किये फीचर के साथ प्रभावी होगा।