Edited By meena, Updated: 02 Jan, 2025 05:34 PM
भोपाल में बंद पड़े यूनियन कार्बाइड कारखाने से लगभग 377 टन खतरनाक अपशिष्ट को 12 ट्रकों में भरकर इंदौर से 30 किलोमीटर दूर धार...
इंदौर (सचिन बहरानी) : भोपाल में बंद पड़े यूनियन कार्बाइड कारखाने से लगभग 377 टन खतरनाक अपशिष्ट को 12 ट्रकों में भरकर इंदौर से 30 किलोमीटर दूर धार जिले के पीथमपुर औद्योगिक क्षेत्र में नष्ट किया जाएगा। इस खतरनाक अपशिष्ट के विरोध में जहां पीथमपुर वासी उतर गए हैं वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी इसका विरोध किया है। इसी मामले में पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से मिलने पहुंचे।
जहां उन्होंने यूनियन कार्बाइड के कचरा निपटान सहित कई विषयों पर सुमित्रा महाजन से चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह कचरा यहां डिस्पोज़ल नहीं होना चाहिए। यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है यह भाजपा और कांग्रेस के राजनेताओं की ज़िम्मेदारी है कि इसका हल किस प्रकार से निकाला जा सके।
पीथमपुर में कचरा जलाए जाने पटवारी ने आपत्ति लेते हुए कहा कि उस समय पूर्व जो इंडस्ट्री में कचरा जलाया गया था उससे 5 से 7 किलोमीटर के दायरे में फ़सल को नुक़सान पहुंचा है। अब यह भारी मात्रा में इतना कचरा नष्ट किया जाएगा तो उससे आप समझ सकते हैं कि उसके आस पास के एरिया में जो फ़सलें उगती है उस पर क्या असर आएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ किलोमीटर दूर पर यशवंत सागर डैम है। यहां का पानी इंदौर की जनता पीती है। आज ही नहीं 5 साल बाद साल बाद यह पानी उसके कारण ख़राब रहेगा।
उन्होंने आगे कहा कि इसका कितना असर होगा आने वाले समय में यह किसी को अंदाज़ा नहीं है। एक्सपर्ट की उस सबकी सही तरीक़े से राय लेना चाहिए और पब्लिक के सामने पूरी हक़ीक़त बताना चाहिए। जब कोरोना आया अब किसी को अंदाज़ा नहीं था कि इसका कितना असर होगा और अपने बीच में से ही कई लोग चले गए।
क्या कहा सुमित्रा महाजन ने...
लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष और इंदौर की पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन ने कहा कि मैं बाहर थी मुझे अब पूरी जानकारी लगी है। एक दिन पहले ही पता चला कि जीतू पटवारी मिलने आ रहे हैं। जीतू पटवारी एक अच्छा नागरिक है, वे विधायक भी रह चुके हैं। उन्हें भी जनता की फिक्र है। सुमित्रा महाजन ने आगे कहा कि सबसे पहले यह समझना होगा कि यह पॉलिटिकल मामला नहीं है यह लोगों से जुड़ा हुआ मामला है।
यूनियन कार्बाइड की गैस त्रासदी जब याद आती है तो रूह कांप जाती है। जो भी सरकार हो उसे इस दृष्टिकोण विचार करना चाहिए क्योंकि सरकार भी जनता की चुनी हुई होती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली से कोई अधिकारी आए हैं जो आज जन प्रतिनिधियों के सामने प्रजेंटेशन देंगे।
सुमित्रा महाजन ने आगे कहा कि जो राम की इंडस्ट्री है। जहां पर यह कचरा जलाया जाएगा उससे नुक़सान नहीं होगा यह भी कहा नहीं जा सकता। उन्होंने आगे कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि अपशिष्ट का निपटान कैट में भी हो सकता है। इसके समझदार नहीं होंगे पर उनसे भी चर्चा करनी चाहिए। यूनियन कार्बाइड की त्रासदी से यह पूरी एक पीढ़ी नहीं है आज तक की पीढ़ी नतीजा भुगत रहे हैं। वही भोपाल गैस त्रासदी को याद कर कर भी उन्होंने उस समय की हक़ीक़त बयां की।