Edited By Vikas kumar, Updated: 18 Sep, 2019 11:26 AM
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर बाढ़ पीड़ितों के मामले पर सियासत करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता और सांसदों को बाढ़ पीड़ितों के नाम पर राजनीति करने की बजाए उन्हें राहत पहुंचाने में मप्र सरकार की मदद करनी चाहिए...
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीजेपी पर बाढ़ पीड़ितों के मामले पर सियासत करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता और सांसदों को बाढ़ पीड़ितों के नाम पर राजनीति करने की बजाए उन्हें राहत पहुंचाने में मप्र सरकार की मदद करनी चाहिए। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों को लेकर उनकी मुख्यमंत्री से चर्चा हुई है।
आंदोलन की चेतावनी
बता दें कि मंदसौर में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक चिट्ठी लिखकर चेतावनी दी है कि दो दिन में राहत कार्य शुरू नहीं हाेता है तो 22 सितंबर से वे मंदसौर में अंहिसात्मक आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि बाढ़ में किसानों का सब कुछ बर्बाद हो चुका है। ऐसे में सरकार को बिजली बिल माफ करना चाहिए। राज्य के पश्चिमी और मध्य क्षेत्र में बारिश ने जमकर कहर ढाया है। इसमें मंदसौर, नीचम, बड़वानी, धार और अलिराजपुर में तो मानव जनित बाढ़ के हालात बने हैं। कहीं सरदार सरोवर तो कहीं गांधी सागर बांध का पानी मुसीबत का कारण बना हुआ है। राज्य में 50 हजार से ज्यादा लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं।
पीएम को बाढ़ पीड़ितों की मदद करनी चाहिए
गृह मंत्री बाला बच्चन और जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने आरोप लगाया कि गुजरात सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन मनाने के लिए मप्र के 76 गांवों को कृत्रिम बाढ़ आपदा की तरफ धकेल दिया। नर्मदा कंट्रोल अथॉरिटी (एनसीए) के शैड्यूल से 30 दिन पहले गुजरात सरकार ने सरदार सरोवर डैम 138.68 मीटर पूरा भर दिया। इस मनमानी की वजह से धार और बड़वानी जिले में हजारों लोग संकट में फंसे है। मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि मोदी गुजरात के ही नहीं पूरे देश के भी प्रधानमंत्री हैं, उन्हें जन्मदिन के मौके पर प्रदेश के बाढ़ पीड़ितों की मदद करना चाहिए।