Edited By Vikas kumar, Updated: 31 Aug, 2019 11:50 AM
मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार में तबादलों का दौर जारी है। तबादलों करने में सरकार की कई लापरवाही भी सामने आ चुकी है। ऐसी ही एक लापरवाही डिंडौरी जिले में देखने को मिली जहां रिटायर हो चुके शिक्षक का ही तबादला कर दिया है...
डिंडौरी: मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार में तबादलों का दौर जारी है। तबादलों करने में सरकार की कई लापरवाही भी सामने आ चुकी है। ऐसी ही एक लापरवाही डिंडौरी जिले में देखने को मिली जहां रिटायर हो चुके शिक्षक का ही तबादला कर दिया है। वहीं रिटायर शिक्षक के अलवा जिले के कई स्कूलों में जहां केवल एक ही शिक्षक कार्यरत थे उनका भी तबादला आदिम जाति कल्याण विभाग ने कर दिया है, जिसके कारण कई स्कूलों में ताला तटक गया है।
गौरतलब है कि संता सिंह मरावी 9 जुलाई 2019 को रिटायर हो चुके हैं। लेकिन विभाग ने 8 अगस्त 2019 को जारी शिक्षकों के तबादला सूची में रिटायर्ड शिक्षक संता सिंह मरावी को पड़रिया माध्यमिक शाला से अमनी पिपरिया माध्यमिक शाला में तबादले का आदेश जारी कर दिया गया है। जैसे ही रिटायर्ड शिक्षक को तबादले की जानकारी मिली तो वह हैरान रह गए। मामला उजागर होने के बाद शिक्षकों का तबादला करने वाले आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी कैमरे के सामने कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं।
बीजेपी ने सरकार पर लगाए आरोप
वहीं, बीजेपी तबादलों के मामले में आदिम जाति कल्याण विभाग को आड़े हाथ लेते हुए प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। जिस जिले में तबादलों करने में गड़बड़ी सामने आई है वह दरअसल कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम का गृह जिला है। अब जब मंत्री के जिले में ही उनके विभाग का यह हाल है तो प्रदेश में क्या हालात होंगे इसका अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं।