Edited By Vikas Tiwari, Updated: 24 Aug, 2025 03:08 PM

मध्यप्रदेश शासन की महत्वाकांक्षी लाड़ली बहना योजना से बड़ी संख्या में महिलाओं के नाम कट रहे हैं। राजगढ़ जिले में अब तक 10 हजार लाड़लियों के नाम पोर्टल से हटाए जा चुके हैं। इनमें से ज्यादातर महिलाएं 60 वर्ष से अधिक आयु की हैं। वहीं, करीब 1300 लाड़ली...
राजगढ़: मध्यप्रदेश शासन की महत्वाकांक्षी लाड़ली बहना योजना से बड़ी संख्या में महिलाओं के नाम कट रहे हैं। राजगढ़ जिले में अब तक 10 हजार लाड़लियों के नाम पोर्टल से हटाए जा चुके हैं। इनमें से ज्यादातर महिलाएं 60 वर्ष से अधिक आयु की हैं। वहीं, करीब 1300 लाड़ली बहनें ऐसी हैं जिनके नाम गलत ओटीपी डालने के कारण कट गए।
योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा
जिन महिलाओं के नाम हट गए हैं उन्हें प्रतिमाह मिलने वाली 1250 रुपए की राशि नहीं मिल रही है। नरसिंहगढ़ क्षेत्र में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। कई गांवों बरखेड़ी, चैनपुरा खुर्द, भोपालपुरा, हनापुरा, रसीदखेड़ी, भानपुरा और मल्लिया की लाड़लियों के नाम सूची से बाहर हो गए हैं।
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मुख्यमंत्री ने दिए थे नाम जोड़ने के निर्देश
7 अगस्त को नरसिंहगढ़ पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंच से ही कलेक्टर को छूटे नाम जोड़ने के निर्देश दिए थे। हालांकि अभी तक जिला प्रशासन स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
नए नाम जोड़ने पर रोक
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि 60 वर्ष से अधिक आयु वाली महिलाओं के नाम अपने आप हट जाते हैं। गलत ओटीपी डालने के कारण कटे नामों पर प्रक्रिया जारी है। लेकिन नई लाड़लियों के नाम जोड़ने की फिलहाल कोई योजना नहीं है।