Edited By Vikas Tiwari, Updated: 18 Aug, 2025 08:24 PM

विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की भस्म आरती के बारे में हर कोई जानता है। लेकिन बहुत से लोगों को नहीं पता कि भस्म आरती में शामिल होने के लिए भी क्या नियम हैं। अगर आप भी किसी त्योहार में बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए दर्शन करने का मन बना रहे हैं, तो...
उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की भस्म आरती के बारे में हर कोई जानता है। लेकिन बहुत से लोगों को नहीं पता कि भस्म आरती में शामिल होने के लिए भी क्या नियम हैं। अगर आप भी किसी त्योहार में बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने के लिए दर्शन करने का मन बना रहे हैं, तो पहले आपको बताते हैं आखिर इसके लिए टिकट कितने की लगेगी, भस्म आरती कितने बजे होती है और यहां क्या पहनकर जाना चाहिए।

कैसे मिलेगी अनुमति?
बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल होने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन पास बनवाना अनिवार्य है। इसके लिए मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट shrimahakaleshwar.com पर जाकर रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है।
ऐसे करें ऑनलाइन बुकिंग....
सबसे पहले मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट shrimahakaleshwar.com पर जाएं। होम पेज पर मौजूद ‘Mahakal Darshan/Bhasm Aarti Booking’ ऑप्शन पर क्लिक करें। इसके बाद अपनी सुविधा अनुसार दर्शन या आरती की तारीख सिलेक्ट करें। ऑनलाइन फॉर्म भरकर रजिस्ट्रेशन करें। सफल बुकिंग के बाद भक्तों को मोबाइल पर मैसेज से रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड प्राप्त होगा। यही नहीं महिलाओं और बच्चों के दर्शन की बुकिंग के लिए कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। साथ ही पति-पत्नी अपने साथ चार बच्चे ले जा सकते हैं। महाकाल के दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग 60 दिन पहले कर सकते हैं। इसके अलावा दर्शन से दो दिन पहले भी आप टिकट बुक कर सकते हैं। एक व्यक्ति अपने अकाउंट से 10 लोगों की बुकिंग करवा सकता है। ऑनलाइन बुकिंग के लिए श्रद्धालुओं को 200 रुपए का भुगतान करना पड़ता है। VIP दर्शन के लिए 750 और 1500 रुपए तक देने पड़ते हैं।
ऑफलाइन बुकिंग कैसे करें...
टिकट खरीदने के लिए श्रद्धालुओं को बड़ा गणेश मंदिर के समीप स्थित प्रोटोकॉल कार्यालय पर बने काउंटर पर जाना होता है। यहां प्रतिदिन हजारों भक्त पहुंचते हैं, जिसके चलते टिकट लेने के लिए लंबी लाइन लग जाती है। 750 और 1500 रुपए वाले टिकटधारी भक्तों को सीधे गर्भगृह में प्रवेश का अवसर मिलता है। सामान्य श्रद्धालुओं के लिए दर्शन की अलग व्यवस्था की गई है। भीड़ को देखते हुए पुलिस और प्रशासन की टीम लगातार तैनात रहती है।
क्या हैं प्रमुख नियम?
बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए ड्रेस कोड अनिवार्य है। इसके तहत पुरुषों को धोती और अंगवस्त्र पहनना होगा। वहीं महिलाओं को साड़ी या पारंपरिक परिधान पहनना जरूरी है। भक्तों को आरती शुरू होने से पहले ही गर्भगृह या नंदी हॉल में बैठना होता है। साथी ही मंदिर के अंदर फोटो खींचने और मोबाइल का इस्तेमाल करने पर रोक है।
समय का पालन जरूरी
आपको बता दें कि भस्म आरती सुबह 4 बजे होती है, लेकिन भक्तों को रात 2 बजे से पहले मंदिर में प्रवेश करना पड़ता है। क्योंकि देर से आने वालों को प्रवेश नहीं मिलता है।
भस्म आरती की क्या है विशेषता?
आरती में चढ़ाई जाने वाली भस्म परंपरागत रूप से शवदाह गृह से लाई जाती थी, लेकिन अब मंदिर प्रशासन इसे गोबर के उपले और अन्य पवित्र विधियों से तैयार करता है। मान्यता है कि यह आरती जीवन और मृत्यु के शाश्वत सत्य का संदेश देती है। बाबा महाकाल को भस्म चढ़ाने से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि देश-विदेश से हर दिन हजारों श्रद्धालु इस आरती में शामिल होने आते हैं।
कैसे पहुंचे बाब महाकाल की नगरी उज्जैन
उज्जैन पहुंचने के लिए बस, ट्रेन सबसे बढ़िया उपाय हैं, हालांकि आप चाहें तो अपने साधन से भी जा सकते हैं। बाबा महाकाल से उज्जैन रेलवे स्टेशन की दूरी तकरीबन 3 से 4 किलोमीटर की है। उज्जैन रेलवे स्टेशन पर लगभग हर राज्यों की ट्रेनें आती हैं। यही नहीं, आप चाहें तो बस से भी उज्जैन पहुंचकर बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हो सकते हैं।