Edited By meena, Updated: 23 Apr, 2021 06:53 PM

इस समय कोरोना संक्रमण की महामारी के कोहराम मचा हुआ है। प्रदेश के कई जिलों में समय पर ऑक्सीजन न मिलने से मरीज अपनी जान भी गवां रहे हैं। यही हाल ग्वालियर चंबल अंचल के जिलों में भी है। लेकिन ऑक्सीजन के इस संकट में पंजाब केसरी की टीम को जानकारी लगी कि...
ग्वालियर(अंकुर जैन): इस समय कोरोना संक्रमण की महामारी के कोहराम मचा हुआ है। प्रदेश के कई जिलों में समय पर ऑक्सीजन न मिलने से मरीज अपनी जान भी गवां रहे हैं। यही हाल ग्वालियर चंबल अंचल के जिलों में भी है। लेकिन ऑक्सीजन के इस संकट में पंजाब केसरी की टीम को जानकारी लगी कि अंचल के सबसे बड़े उद्योग क्षेत्र मालनपुर इंडस्ट्रीज में एक ऐसा बड़ा ऑक्सीजन का प्लांट है जो सालों से बंद पड़ा हुआ है, उसके बाद उसकी पड़ताल की गई तो उम्मीद की एक नई किरण जागी।

यह ऑक्सीजन प्लांट एशिया की सबसे बड़ी स्टील कंपनी एमपी आयरन में मौजूद है और 1998 से बंद पड़ा हुआ है। यदि सरकार और स्थानीय प्रशासन इस ऑक्सीजन प्लांट को रीस्टार्ट करने की दिशा में काम करता है, तो आने वाले समय में ग्वालियर चंबल संभाग के लोगों के लिए यह संजीवनी का काम कर सकता है। ग्वालियर चंबल अंचल का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र मालनपुर में एशिया की सबसे बड़ी एमपी आयरन फैक्ट्री मौजूद है, जो कि 1998 के बाद से बंद पड़ी हुई है। इसी फैक्ट्री में स्थित है एक ऑक्सीजन प्लांट, यह प्लांट 1998 से ही बंद पड़ा हुआ है। उस समय प्लांट फैक्ट्री को रोज 90 मीट्रिक टन ऑक्सीजन सप्लाई करता था। जब एमपी आयरन फैक्ट्री बंद हो गई, उसके बाद यह ऑक्सीजन का प्लांट भी बंद हो गया। लेकिन इसे अभी भी लगभग सुरक्षित रखा है। इस प्लांट को सरकार फिर से संचालित कर प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी को काफी हद तक कम कर सकती है।

बताया जा रहा है जब एमपी आयरन फैक्ट्री संचालित होती थी, तब यह ऑक्सीजन प्लांट रोज 90 मीट्रिक टन ऑक्सीजन देता था। अगर सरकार और जिला प्रशासन इस ऑक्सीजन प्लांट को फिर से स्टार्ट करती हैं, तो यह ग्वालियर चंबल अंचल के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जिलों में भी ऑक्सीजन सप्लाई का बड़ा माध्यम हो सकता है।