Edited By Vikas kumar, Updated: 01 Sep, 2019 11:57 AM
मध्य प्रदेश की मेधा पाटकर बड़वानी जिले के छोटा बड़दा गांव में सरदार सरोवर बांध के प्रभावितों के विस्थापितों की मांगो को लेकर नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं के साथ 7 दिनों से अनशन पर बैठी हुई हैं..
बड़वानी: मध्य प्रदेश की मेधा पाटकर बड़वानी जिले के छोटा बड़दा गांव में सरदार सरोवर बांध के प्रभावितों के विस्थापितों की मांगो को लेकर नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं के साथ 7 दिनों से अनशन पर बैठी हुई हैं। इस दौरान उनका बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि सीएम कमलनाथ ने उन्हें फोन पर अनशन तोड़ने का आग्रह कर भोपाल बुलाया है। लेकिन मेधा पाटकर ने सीएम के आग्रह को ठुकरा दिया है।
मेधा पाटकर का कहना है कि वह तीन बार भोपाल जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि हर बार मुख्यमंत्री, नर्मदा मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल और और दिग्विजय सिंह से कई मुद्दों को लेकर चर्चा हुई, पर उसमें से एक भी मुद्दे पर आज तक कोई जवाब नहीं आया। मेधा ने आगे कहा कि राजघाट, जांगरवा और छोटा बड़दा 3 गांव की जांच रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। जिन दस्तावेजों और जानकारियों की मांग की गई, वह भी अब तक नहीं दिए गए हैं।
किसी के मरण दिन पर जन्मदिन मनाना उन्हें शोभा नहीं देता
मेधा पाटकर के अनुसार नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण के निर्णयों के विपरीत नर्मदा का जल स्तर बढ़ाया गया है। मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि विकास के नाम पर सरकार का अमानवीय चेहरा सामने आया है। सरदार सरोवर डैम को पर्यटन के नाम पर कश्मीर की झील की तरह माना जा रहा है। सभी का ध्यान इस बात पर ही है कि कैसे यहां से कमाई हो सके। मेधा ने कहा मोदी जी इसी के साथ जन्मदिन मनाना चाहते हैं लेकिन किसी के मरण दिन पर जन्मदिन मनाना उन्हें शोभा नहीं देता।