Edited By meena, Updated: 13 Aug, 2019 11:32 AM
प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने स्वतंत्रता दिवस पर एक बड़ा फैसला लिया है। इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह में आपातकाल के दौरान जेल में बंद रहे मीसाबंदियों (लोकतंत्र सेनानियों) को ना तो आमंत्रित किया जाएगा और ना ही सम्मानित किया जाएगा। सरकार के इस बदलाव से...
भोपाल: प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने स्वतंत्रता दिवस पर एक बड़ा फैसला लिया है। इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह में आपातकाल के दौरान जेल में बंद रहे मीसाबंदियों (लोकतंत्र सेनानियों) को ना तो आमंत्रित किया जाएगा और ना ही सम्मानित किया जाएगा। सरकार के इस बदलाव से जिले के 61 मीसाबंदी प्रभावित होंगे।
इस बात की जानकारी मंत्री पीसी शर्मा ने देते हुए कहा कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के परिवार और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को सरकार के द्वारा आमंत्रित और सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मीसाबंदियों को स्वतंत्रता संग्राम या देश की किसी भी लड़ाई से कोई लेना देना नहीं है। सरकार ने इस बाबत सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर दिया है।
शिवराज में मीसाबंदियों को खास तौर पर बुलाया जाता था
बता दें कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के शासनकाल में राष्ट्रीय पर्वों पर आयोजित समारोहों में मीसाबंदियों को खासतौर पर आमंत्रित और सम्मानित किए जाने की व्यवस्था थी। वहीं कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने इस बार उनके सम्मान कार्यक्रम को टाल दिया है। वहीं बता दें कि इन्हें मिलने वाली पेशन को जांच के नाम पर रोक लगाने का काम सरकार पहले ही कर चुकी है।