Edited By meena, Updated: 24 Nov, 2020 06:38 PM
मध्य प्रदेश में कोरोना को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर शिवराज सरकार ने लगभग चार हजार कैदियों की पैरोल अवधि को 60 और दिन के लिए बढ़ाने का निर्णय लिया है। गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि...
भोपाल(इजहार हसन खान): मध्य प्रदेश में कोरोना को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर शिवराज सरकार ने लगभग चार हजार कैदियों की पैरोल अवधि को 60 और दिन के लिए बढ़ाने का निर्णय लिया है। गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वर्तमान में राज्य में लगभग चार हजार कैदी पैरोल पर जेलों से बाहर हैं। सरकार ने कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर इन कैदियों की पैरोल अवधि अगले 60 दिन बढ़ाने का फैसला किया है।
मंगलवार को मीडिया से चर्चा करते हुए गृहमंत्री ने बताया कि राज्य में बीते दो दिन रविवार और सोमवार को कोरोना वायरस के 1,798 और 1,701 नये मामले आये हैं जबकि प्रदेश में कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 1,94,75 पर पहुंच गई है। इसे देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने उन कैदियों को सजा खत्म होने से पहले जेल से रिहा किया है जिनका व्यवहार अच्छा है और एक वादे के साथ उन्हें पैरोल पर अस्थायी और स्थायी तौर छोड़ा जा रहा है।
गृहमंत्री ने बताया कि यह निर्णय कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिये उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर लिया गया है जिसमें जेलों में कैदियों की तादाद कम करने के लिये कहा गया है। बता दें कि मध्य प्रदेश की कुल 125 जिलों में बंद कुल 43,000 कैदियों में से चार हजार कैदियों को पैरोल पर रिहा किया गया था जबकि तीन हजार कैदियों को अंतरिम जमानत पर रिहा किया गया था।