Edited By meena, Updated: 31 Dec, 2024 01:05 PM
धार जिले के इंडस्ट्रियल एरिया पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड भोपाल में हुए गैस कांड के बाद बचा कचरा जलाएं जाने के लिए...
इंदौर (सचिन बहरानी) : धार जिले के इंडस्ट्रियल एरिया पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड भोपाल में हुए गैस कांड के बाद बचा कचरा जलाएं जाने के लिए 12 कंटेनर भोपाल से रवाना होने वाले हैं। इसके पहले इंदौर के महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज के एलुमिनाई संगठन के सदस्यों ने मिलकर याचिका दायर की है जिस पर संभवतः आज सुनवाई हो सकती है।
दरअसल 1984 में यूनियन कार्बाइड भोपाल फैक्ट्री में हुए गैस कांड में कई लोगों की मौत हुई थी जिसके बाद वहां के जहरीले कचरे को जलाए जाने की मांग उठाई थी जिसके लिए कई बार प्रयास भी किया जा चुके हैं। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के सबसे बड़े इंडस्ट्रियल एरिया पीथमपुर में एक बार कचरा जलाया जा चुका है। प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार ने मिलकर दूसरी बार पीथमपुर को कचरा जलाने के लिए उपयुक्त जगह मानते हुए कचरा जलाए जाने के लिए 12 कंटेनर भोपाल से रवाना करने जा रही है। इस मामले में इंदौर के महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के अल्युमिनियम ग्रुप के सदस्यों ने इंदौर हाई कोर्ट में कचरा ना जलाए जाने को लेकर एक याचिका प्रस्तुत की है।
याचिका कर्ता डॉक्टर संजय लौंधे का कहना है कि इस कचरे से आसपास का जलवायु प्रदूषण होगा। साथ ही कैंसर के मरीज भी बढ़ेंगे साथ कचरा जलाए जाने के बाद बचे हुए अपशिष्ट पदार्थों को नालों में छोड़ा जाएगा जिससे नदी नालों का पानी जहरीला हो सकता है। साथ ही फसलों को भी नुकसान होने की संभावना है। जानवरों पर भी असर आएगा जिसे देखते हुए उन्होंने इंदौर हाई कोर्ट में एक याचिका प्रस्तुत की है जो स्वीकार कर ली गई है जिस पर मंगलवार को सुनवाई होना है। डॉ संजय का कहना है कि इस मामले में याचिका प्रस्तुत करने के बाद कई सामाजिक संगठन भी आगे आए हैं जो इस मामले को लेकर सरकार और जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित करेंगे।