Edited By meena, Updated: 20 Sep, 2024 07:28 PM
इछावर क्षेत्र के ग्राम खेरी के किसान हरिप्रसाद वर्मा ने 3 एकड़ में लगाई गई। सोयाबीन फसल को ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया...
सीहोर (धर्मेंद्र राय) : इछावर क्षेत्र के ग्राम खेरी के किसान हरिप्रसाद वर्मा ने 3 एकड़ में लगाई गई। सोयाबीन फसल को ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया। किसान का कहना है कि सोयाबीन फसल अब घाटे का सौदा है। सरकार ने सोयाबीन का समर्थन मूल्य 4892 रुपये तय किया है, लेकिन वर्तमान में सोयाबीन 4000 से 4200 रुपए प्रति क्विंटल से ज्यादा कोई खरीदने को तैयार नहीं हैं। ऐसी स्थिति में किसान आखिर क्या करें।
बता दें कि किसानों को सोयाबीन की फसल का उचित दाम नहीं मिलने के कारण 3 एकड़ की फसल को रोटावेटर चलाकर मिट्टी में मिला दिया। किसान का कहना है कि सोयबीन की इस खेती में अब कोई फायदा नजर नहीं आ रहा है। लिहाजा वे खेती की उर्वरक शक्ति को कमजोर नहीं करना चाहते। इसलिए उन्होंने खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चला दिया।
पिछले 2 साल से सोयाबीन फसल से घाटा।
किसान हरिप्रसाद वर्मा, रमेश चंद्र वर्मा, शिवचरण वर्मा बताते हैं कि उन्होंने पिछले दो सालों की सोयाबीन उपज अपने घर में भंडार करके रखी थी, वह भाव बढ़ने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन अभी पिछले हफ्ते ही उन्होंने भंडारित सोयाबीन को मंडी में बेचा है। जिसमें भी किसान को नुकसान हुआ है। ऐसी स्थिति में अन्नदाता प्रदेश सरकार से लगातार मदद की गुहार लगा रहा है। लेकिन सरकार में बैठे जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों के कानों में जूं तक नहीं रंग रही है।
सरकार से मुआवजा की मांग।
ग्राम खेरी के किसानों का कहना है कि हमारे द्वारा प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद भी सोयाबीन की खराब हुई फसलों का सर्वे नहीं किया गया। जिससे किसानों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। किसानों का कहना है कि सरकार तत्काल सोयाबीन की खराब हुई फसलों का सर्वे कारण और तत्काल किसानों को मुआवजा दिया जाए। ताकि किसानों को हुआ नुकसान की भरपाई हो सके।