Edited By meena, Updated: 10 Aug, 2024 04:31 PM
छतरपुर जिले के मझगवां गांव में एक चार पहिया गाड़ी (पिकअप वाहन) मिला...
छतरपुर ( राजेश चौरसिया) : छतरपुर जिले के मझगवां गांव में एक चार पहिया गाड़ी (पिकअप वाहन) मिला, जिसका नंबर UP 95 T 5033 जिसमें चोरी की भैंसों की बिक्री की जा रही थी। भैंस चोर गिरोह की चैन कितनी बड़ी है इसका पता लगाने ग्रामीणों ने एक लिखित आवेदन बमीठा थाना प्रभारी के नाम पर दिया है।
आवेदन में लिखा गया है कि उक्त पिकअप गाड़ी मिली है। वहीं हम सब लोगों की भैंसें चोरी हो रही हैं और हम लोगों को लग रहा है कि इस तरह से हम लोगों की भैंसों को चोरी किया जाता है। यह पिकअप गाड़ी भैंसे से लदी हुई मिली है। इस गाड़ी में न तो ड्राईवर मिला है और न ही गाड़ी मालिक, उक्त गाड़ी कीचड़ में फंस जाने के कारण वहां से निकाल नहीं पाई और चोर गाड़ी को छोड़कर भाग खड़े हुए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि गाड़ी में लदी भैंसों के पैरों में जोर से रस्सी बंधी हुई है। गाड़ी में रस्सी और गोबर भी मिला है। सोचने वाली बात है कि आखिर कौन यह सब कर रहा है और कौन इन भैंसों को चुरा रहा है। जहां इस सब का पता लगाने बमीठा थाना प्रभारी के नाम आवेदन दिया गया है।
इसका खुलासा कब तक हो पाएगा कि यह प्रशासन के लिए चुनौती पूर्ण विषय है। आखिरकार 6 से 7 गांव की भैंसों को पकड़कर कैसे बेचा जा रहा था आखिर किसका था संरक्षण आखिर कौन-कौन है इसमें शामिल ग्रामीण आस लगाए बैठे हैं कि कब इस गिरोह का खुलासा होगा, कब तक ग्रामीणों को उनकी भैंस वापस मिल पाऐगी और उन व्यक्तियों का पता लग पाएगा जिससे होने वाली भैंसों की चोरी को कब तक लगाम लग पाएगी। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अगर हमारी भैंसों की चोरी का खुलासा नहीं होता है तो मजबूर होकर हमें कलेक्टर साहब को ज्ञापन देना होगा।