Edited By Himansh sharma, Updated: 30 Jul, 2025 10:53 AM

जिले के तुरकई गांव में इंसान और सांपों का अनोखा रिश्ता देखने को मिलता है।
दमोह। जिले के तुरकई गांव में इंसान और सांपों का अनोखा रिश्ता देखने को मिलता है। यहां दर्जनों जहरीले सांप गांव के कुछ घरों में वर्षों से रहते आ रहे हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि आज तक किसी भी सांप ने किसी इंसान को नहीं डसा। यह गांव दमोह से 16 किलोमीटर दूर है।
ग्रामीणों के अनुसार, सांपों को वे अपने कुल देवता मानते हैं और उनके साथ परिवार के सदस्य की तरह रहते हैं। घरों में सांपों का आना-जाना आम बात है। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सभी सांपों के बीच बेखौफ रहते हैं। न तो सांप उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं और न ही ग्रामीण सांपों को भगाते या मारते हैं।
गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि यह परंपरा कई पीढ़ियों से चली आ रही है। हर साल नाग पंचमी के दिन यहां विशेष पूजा की जाती है और सांपों को दूध चढ़ाया जाता है। इस अनोखे रिश्ते को देखने के लिए आसपास के गांवों और जिलों से लोग यहां आते हैं।
ग्रामीणों का मानना है कि सांपों की पूजा करने से गांव में सुख-शांति बनी रहती है और कोई अनहोनी नहीं होती। यह अनोखा विश्वास और सांपों के साथ मनुष्यों का यह रिश्ता तूरकई गांव को खास बना देता है।