Edited By Vikas Tiwari, Updated: 02 Sep, 2025 04:23 PM

मध्यप्रदेश के सतना शहर में नवनियुक्त कांग्रेस जिलाध्यक्ष आरिफ इकबाल की ताजपोशी के बाद से विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। मंगलवार को बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता राजधानी भोपाल स्थित पीसीसी कार्यालय पहुंचे और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए।
भोपाल (इजहार हसन खान): मध्यप्रदेश के सतना शहर में नवनियुक्त कांग्रेस जिलाध्यक्ष आरिफ इकबाल की ताजपोशी के बाद से विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। मंगलवार को बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता राजधानी भोपाल स्थित पीसीसी कार्यालय पहुंचे और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए।
‘शहर में जिसे कोई नहीं जानता, उसे अध्यक्ष बना दिया गया’
धरने पर बैठे युवक कांग्रेस के लोकसभा अध्यक्ष मशहूद अहमद शेरू ने कहा है कि पार्टी ने ऐसे व्यक्ति को जिलाध्यक्ष बना दिया है, जिसे शहर की कांग्रेस राजनीति में कोई जानता तक नहीं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह निर्णय जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ नाइंसाफी है। साथ ही शेरू ने कहा कि ‘इकबाल का परिवार बिहार का रहने वाला है। हम लोग पुश्तैनी कांग्रेसी हैं। उनकी एक भी धरना-प्रदर्शन की फोटो दिखा दी जाए। मैं 25 साल से कांग्रेस की लड़ाई लड़ रहा हूं। मेरे ऊपर 22 मुकदमे हैं, मैं जेल गया हूं, लाठियां खाई हैं।’ शेरू ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने खुद कहा था कि जिलाध्यक्ष पद किसी कार्यकर्ता को दिया जाए। लेकिन पार्टी ने इस फैसले को नजरअंदाज कर दिया।
कांग्रेसी नेताओं से नहीं मिला जवाब
शेरू ने बताया कि उन्होंने कई बड़े कांग्रेसी नेताओं से मुलाकात की कोशिश की, लेकिन कहीं से कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने मांग की है कि किसी जमीनी कार्यकर्ता को शहर जिलाध्यक्ष बनाया जाए। धरने पर बैठे कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि जिलाध्यक्ष पद के लिए करीब 18 उम्मीदवार थे, लेकिन इकबाल की नियुक्ति को लेकर किसी से रायशुमारी नहीं की गई। फिलहाल, धरना जारी है और स्थिति पार्टी के लिए चुनौती बनती जा रही है।