Edited By Vikas Tiwari, Updated: 02 Sep, 2025 03:57 PM

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 7 नवंबर से 16 नवंबर तक दिल्ली से वृंदावन तक लगभग 170 किलोमीटर लंबी ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ निकालेंगे। इस बीच उन्होंने कहा है कि जब तक मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण विराजमान नहीं हो जाएंगे हम संघर्ष...
भोपाल: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 7 नवंबर से 16 नवंबर तक दिल्ली से वृंदावन तक लगभग 170 किलोमीटर लंबी ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा’ निकालेंगे। इस बीच उन्होंने कहा है कि जब तक मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण विराजमान नहीं हो जाएंगे हम संघर्ष करते रहेंगे। यह तो केवल झांकी है, असली फिल्म तो बाकी है। सनातनियों को एकजुट करने के लिए यह हमारा अभियान है। वहीं आगे उन्होंने कहा है कि मंदिरों और मस्जिलों में भी राष्ट्रगीत बजे, तो पता चलेगा कि कौन मातृभूमि से प्यार करता है, और कौन नहीं...
साधु-संतों की बैठक में बनी यात्रा की रूपरेखा
सोमवार को वृंदावन स्थित कृष्ण कृपा धाम आश्रम में हुई बैठक में 200 से अधिक साधु-संत और महंत शामिल हुए। बैठक में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी समेत देशभर से आए संत मौजूद रहे। इसमें यात्रा की रूपरेखा, अनुशासन और धार्मिक मर्यादाओं को लेकर चर्चा की गई।
16 नवंबर को वृंदावन पहुंचेगी पदयात्रा
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह दस दिवसीय पदयात्रा पूरी शालीनता और सांस्कृतिक गरिमा के साथ निकाली जाएगी। यात्रा 16 नवंबर को वृंदावन पहुंचकर समाप्त होगी। समापन श्री ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के दर्शन के बाद होगा। शास्त्री ने कहा कि यह यात्रा सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि एक वैचारिक आंदोलन है। इसका मकसद सनातनियों को एकजुट करना और ब्रज क्षेत्र में मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक, यमुना शुद्धिकरण तथा धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रगीत गूंजने जैसे संकल्प पूरे करना है। उन्होंने कहा कि ‘मंदिरों और मस्जिदों में राष्ट्रगीत का वादन होना चाहिए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि कौन मातृभूमि से प्रेम करता है और कौन नहीं।’
विशाल जनसमर्थन की उम्मीद
आयोजकों के मुताबिक इस यात्रा में लाखों श्रद्धालुओं और देशभक्तों की भागीदारी होगी। शास्त्री ने कहा कि यह पदयात्रा इतनी विशाल होगी कि ‘न कभी देखी गई होगी और न सुनी गई होगी।’