Edited By meena, Updated: 14 Jul, 2025 01:22 PM

मध्य प्रदेश के हरदा जिले में करणी सेना के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज और...
भोपाल (इज़हार ख़ान) : मध्य प्रदेश के हरदा जिले में करणी सेना के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज और गिरफ़्तारी को लेकर मध्यप्रदेश की राजनीति में जबरदस्त उबाल आ गया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने इसे बर्बर कार्रवाई करार देते हुए राज्य सरकार और प्रशासन पर सवाल उठाए हैं, जबकि भाजपा ने इस पूरे मामले को कांग्रेस की “सामाजिक विद्वेष फैलाने की साजिश” बताया है।
दिग्विजय सिंह ने उठाए सवाल – “क्या सब मुख्यमंत्री के निर्देश पर हो रहा है?”
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर सरकार और प्रशासन पर सीधा हमला बोला। उन्होंने लिखा –
कलेक्टर और एसपी की भूमिका असंवेदनशील - जीतू पटवारी
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट कर कहा- “हरदा की घटना ने साबित कर दिया कि भाजपा सरकार में न्याय और अधिकार की बात करना अपराध है। कलेक्टर और एसपी की भूमिका असंवेदनशील रही है। दोनों को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।”
उमंग सिंघार बोले – “भाजपा शासन में न्याय की बात करना अपराध हो गया है”
नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने भी ट्वीट कर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा – हरदा में पुलिस द्वारा करणी सेना व राजपूत समाज के साथ किया गया अमानवीय व्यवहार, अत्यंत शर्मनाक और निंदनीय है! क्या भाजपा सरकार में अपने अधिकारों और न्याय की मांग करने वालों से साथ अब अपराधियों की तरह सुलूक किया जाएगा?
पटवारी बनाम खंडेलवाल, आरोप-प्रत्यारोप तेज
कांग्रेस नेताओं के लगातार बयान आने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने इस पूरे मामले को “आपसी लेनदेन” से जुड़ा विवाद बताया और कांग्रेस पर सामाजिक विद्वेष फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है और जो भी सामाजिक विद्वेष फैलाने की कोशिश करेगा, उसे कानून का सामना करना पड़ेगा। हेमंत खंडेलवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अपनी डूबती राजनीति को बचाने के लिए समाज को बांटने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में भाजपा सरकार सख्त भी है और संवेदनशील भी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के ट्वीट के बाद कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पलटवार करते हुए लिखा –“करणी सेना पर हुए लाठीचार्ज को ‘लेन-देन’ बताकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अब पूरे राजपूत समाज का अपमान कर रहे हैं! क्या शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना अब भाजपा शासन में गुनाह हो गया है?” पटवारी ने साथ ही सरकार से कई तीखे सवाल पूछे, जिनमें 60 से अधिक गिरफ्तारियों, 6 जिलों की पुलिस तैनाती और DM-SP को अब तक न हटाने की बात शामिल थी।
हरदा समेत प्रदेश के कई जिलों में करणी सेना द्वारा प्रदर्शन और चक्का जाम किया गया। प्रशासन ने पुलिस बल की तैनाती के साथ हालात पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन सियासी बयानबाज़ी से मामला लगातार गरमाता जा रहा है। अब देखने वाली बात यह होगी कि यह मामला आगामी दिनों में कितना और तूल पकड़ता है।