Edited By Vikas Tiwari, Updated: 28 Aug, 2025 08:15 PM

दो वर्ष पहले छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के पास PM मोदी आमसभा में शामिल होने जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं का एक्सीडेंट हुआ था। इस हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुए थे। इन्हीं में शामिल बिश्रामपुर भाजपा मंडल के पूर्व...
रायपुर: दो वर्ष पहले छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के पास PM मोदी आमसभा में शामिल होने जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं का एक्सीडेंट हुआ था। इस हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हुए थे। इन्हीं में शामिल बिश्रामपुर भाजपा मंडल के पूर्व महामंत्री और ग्राम पंचायत तेलईकछार निवासी विशंभर यादव की कमर में गंभीर चोट लगी थी। तब से वे स्थायी रूप से दिव्यांग हो गए और लगातार इलाज के अभाव में दर्द झेलते रहे। इलाज न मिलने से परेशान होकर कुछ दिन पहले विशंभर यादव ने इच्छामृत्यु की मांग की। उनकी यह मांग प्रदेशभर में चर्चा का विषय बन गई।
भूपेश बघेल का संवेदनशील रुख
खबर मिलते ही छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल ने विशंभर यादव और उनकी पत्नी से फोन पर बात की। बातचीत में यादव ने बताया कि इलाज के अभाव में उनका जीवन कठिन हो गया है। इस पर भूपेश बघेल ने उन्हें हिम्मत दिलाते हुए कहा कि जीवन सबसे कीमती है, राजनीति बाद में आती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि रायपुर में बेहतर चिकित्सकों से प्राथमिकता के साथ उनका इलाज कराया जाएगा। पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने भी फोन कर विशंभर यादव को साहस बंधाया और हर परिस्थिति में साथ देने का भरोसा दिलाया।

भाजपा नेताओं की पहल
भूपेश बघेल से हुई बातचीत की जानकारी मिलते ही राज्य की मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, प्रेमनगर विधायक भूलन सिंह मरावी और सूरजपुर भाजपा जिलाध्यक्ष मुरली मनोहर सोनी बुधवार की शाम विशंभर यादव से मिलने पहुंचे। मंत्री राजवाड़े ने उनका हाल-चाल जाना और इलाज के लिए देर शाम एंबुलेंस से उन्हें रायपुर भिजवाया।
इच्छामृत्यु की मांग वापस
कांग्रेसी और भाजपा नेताओं के आश्वासन के बाद विशंभर यादव और उनके परिवार ने इच्छामृत्यु की मांग वापस लेने का निर्णय लिया। अब उनका इलाज रायपुर में कराया जाएगा।