Edited By meena, Updated: 14 Apr, 2025 01:02 PM

कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आज अंबेडकर जयंती पर इंदौर पहुंचे...
इंदौर (सचिन बहरानी) : कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आज अंबेडकर जयंती पर इंदौर पहुंचे। जहां उन्होंने मीडिया से चर्चा की और कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखी। दिग्विजय सिंह ने वक्फ बिल के विरोध में पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा के लिए आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया। वहीं गद्दार पोस्टर को लेकर भी प्रतिक्रिया दी। वहीं बाबा साहेब अंबेडकर जयंती मनाने पर भाजपा को निशाने पर लिया।
पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा के लिए बीजेपी जिम्मेदार
दिग्विजय सिंह ने पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा के लिए बीजेपी और संघ को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि ऐसे कुछ संगठन जो नफरत फैलाते हैं जो दंगे फसाद करवाते हैं। उन्हें क्यों इजाजत दी जाती है, जुलूस के रूप में डीजे लगाकर मस्जिद के सामने से निकलने की। ऐसे संगठन को प्रशासन मंजूरी क्यों देता है। डबल इंजन सरकार की मानसिकता है नफरत फैलाकर दंगे करवाकर राजनीतिक रोटी सेकना। भाजपा और संघ का धर्म से कोई लेना देना नहीं है। नफरत फैलाकर दंगे फसाद करवाकर उसके आधार पर राजनीति रोटी सेकना बीजेपी और संघ का असली धर्म है।
भाजपा ने बाबा साहब के विचारों का कभी पालन नहीं किया- दिग्विजय सिहं
दिग्विजय सिंह ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर मीडिया से की चर्चा करते हुए कहा कि मुझे इस बात की प्रशंसा है बीजेपी और संघ आज बाबा साहब आंबेडकर को सम्मान के नजरों से देख रहे हैं। संघ ने तिरंगा जलाया संविधान का विरोध किया। हमेशा बीजेपी ने नफरत के अंदाज में राजनीति की है। बाबा साहब के विचारों का पालन बीजेपी ने कभी नहीं किया। दलितों की जमीन दबंग छीन रहे हैं, बीजेपी मौन है।
गद्दार भाजपा नेता हैं, जो जमानत पर हैं- दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह ने प्रदेश भर में लगे गद्दार पोस्टर को लेकर कहा कि संविधान का पालन करना देश के कानून का पालन करना, शायद उनके (भाजपा) लिए गद्दारी हो सकता है मेरे लिए नहीं है। बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद के नेता पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे थे। बीजेपी के वो नेता आज जमानत पर हैं। प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपील क्यों नहीं की? ये सबसे बड़ा सवाल हैं ISI के लिए जासूसी करने वाले बीजेपी ने नेताओं पर देशद्रोही का केस क्यों दर्ज नहीं हुआ? उन्हें जमानत कैसे मिल गई?