Edited By meena, Updated: 15 Nov, 2022 01:53 PM
मध्यप्रदेश में आज जननायक बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर जनजातीय आदिवासी गौरव दिवस मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहली बार मध्य प्रदेश आ रही हैं। वहीं आज से मध्य प्रदेश में आदिवासियों की सालों से बहुप्रतीक्षित मांग...
भोपाल: मध्यप्रदेश में आज जननायक बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर जनजातीय आदिवासी गौरव दिवस मनाया जा रहा है। इस उपलक्ष्य में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहली बार मध्य प्रदेश आ रही हैं। वहीं आज से मध्य प्रदेश में आदिवासियों की सालों से बहुप्रतीक्षित मांग ऐतिहासिक पेसा कानून लागू हो जाएगा। यह कानून मध्य प्रदेश में आदिवासियों के अधिकारों को बढ़ाएगा। प्रदेश में आदिवासियों की जनसंख्या बाहुल्य में है। पेसा एक्ट आदिवासी परपंरा, रीति-रिवाजों, संस्कृति का संरक्षण के लिए ही बनाया गया है। सरकार ने पिछले साल आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की जयंती और आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को याद करने के लिए 15 नवंबर को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ घोषित किया था।
क्या है पेसा एक्ट...
पेसा एक्ट के तहत ग्राम सभा में एक ग्राम समिति होगी। समिति का अध्यक्ष अनुसूचित जनजाति समुदाय की ही व्यक्ति होगा। ग्राम समिति ही ग्राम के अहम निर्णय लेगी। इसमें नशीले पदार्थों पर प्रतिबंध, बाजारों की देख-रेख, ऋण वसूली, पलायन करने वालों की जानकारी रखना आदि शामिल होगा। पेसा एक्ट आदिवासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस एक्ट के तहत आदिवासियों की पारंपरिक प्रणाली को मान्यता दी गई है। मध्य प्रदेश के अलावा यह कानून छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, गुजरात, हिमाचल, झारखंड, राजस्थान, तेलंगाना और राजस्थान में लागू हो चुका है।