Edited By Vikas Tiwari, Updated: 05 Oct, 2025 12:22 PM

मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के पाटन से एक अनोखी और भावनात्मक खबर सामने आई है। यहां रावण के कट्टर भक्त के रूप में मशहूर संतोष नामदेव उर्फ लंकेश का हार्ट अटैक से निधन हो गया। लंकेश पिछले 50 सालों से रावण की पूजा करते आ रहे थे और प्रदेशभर में ‘रावण...
जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के पाटन से एक अनोखी और भावनात्मक खबर सामने आई है। यहां रावण के कट्टर भक्त के रूप में मशहूर संतोष नामदेव उर्फ लंकेश का हार्ट अटैक से निधन हो गया। लंकेश पिछले 50 सालों से रावण की पूजा करते आ रहे थे और प्रदेशभर में ‘रावण उपासक’ के नाम से प्रसिद्ध थे।
जानकारी के अनुसार, संतोष नामदेव हर साल नवरात्र में भगवान शिव के साथ रावण की प्रतिमा स्थापित करते थे। इस साल भी वे रावण प्रतिमा के विसर्जन की तैयारी कर रहे थे, तभी अचानक सीने में तेज दर्द महसूस हुआ और वे जमीन पर गिर पड़े। परिवारजन उन्हें तुरंत पाटन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। लंकेश के निधन की खबर फैलते ही पाटन और जबलपुर में शोक की लहर दौड़ गई। वे अपने घर में बने ‘रावण मंदिर’ में रोजाना पूजा करते थे। उन्होंने अपने बेटों के नाम मेघनाथ और अक्षय रखे थे दोनों रावण के पुत्रों के नाम हैं। इतना ही नहीं, अपनी टेलर की दुकान का नाम भी ‘जय लंकेश टेलर’ रखा था।
स्थानीय लोग उन्हें एक भक्त और अलग सोच वाले व्यक्ति के रूप में याद कर रहे हैं। हर साल दशहरा के मौके पर जब बाकी लोग रावण दहन करते थे, तब लंकेश उसी दिन ‘लंकेश पूजन’ करते थे। उनकी मान्यता थी कि रावण एक विद्वान, शिवभक्त और वीर योद्धा थे।