Edited By meena, Updated: 18 Mar, 2025 06:20 PM

मध्यप्रदेश के रीवा जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में शनिवार को हुई हिंसा के बाद से धारा 163 प्रभावशील है और ऐहतियातन पुलिस बल तैनात किया गया है...
मऊगंज : मध्यप्रदेश के रीवा जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में शनिवार को हुई हिंसा के बाद से धारा 163 प्रभावशील है और ऐहतियातन पुलिस बल तैनात किया गया है। स्थिति पुलिस नियंत्रण में है। अब तक कुल 26 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, इस घटना के विरोध में आज रीवा बंद का आह्वान किया गया, जिसका व्यापक असर देखने को मिला। उप पुलिस महानिरीक्षक (डीआईजी) साकेत पांडेय ने बताया कि मऊगंज जिले के गड़रा गांव में हुई हिंसा के बाद से वहां धारा 163 लगाई गई थी, जो लगातार प्रभावशील है। अब तक इस मामले में पुलिस द्वारा 26 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। गड़रा गांव में पुलिस बल लगातार तैनात है और स्थिति पूरी तरह से सामान्य है।
उन्होंने बताया कि इस घटना के विरोध में आज रीवा बंद का आह्वान किया गया था, जिसके चलते पुलिस बल तैनात किया गया था। बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। एक सामाजिक संगठन द्वारा आज रीवा बंद का आह्वान किया गया, जिसका व्यापारिक संगठनों ने भी समर्थन किया और उन्होंने अपनी अपनी दुकानें बंद रखी। बंद के दौरान सामाजिक संगठन द्वारा एक रैली निकाली गई, जो शहर के प्रमुख चौराहों से निकली। रैली में मौजूद लोगों में घटना का आक्रोश देखा गया। सामाजिक संगठन द्वारा प्रशासन को इस घटना को लेकर एक ज्ञापन भी दिया गया। मऊगंज जिले के गड़रा गांव में शनिवार पंद्रह मार्च को पुराने विवाद के चलते आदिवासी सामाज के लोगों द्वारा गांव के ही एक युवक सनी द्विवेदी को बंधक बना लिया और उससे मारपीट की। मारपीट में सनी द्विवेदी की मौत हो गई। घटना की सूचना पर पुलिस बल मौके पर पहुंचा और आरोपियों ने पुलिस बल पर भी हमला कर दिया। इस हमले में एक एएसआई रामचरण गौतम शहीद हो गए। वहीं, एक नायब तहसीलदार सहित छह पुलिस कर्मचारी घायल हो गए। इनमें तीन को गंभीर हालत में रीवा में भर्ती कराया गया है।