Edited By meena, Updated: 26 Jan, 2021 12:57 PM
देश और प्रदेश में पुराने इमारतों, शहरों और जगहों के नामों को बदलने की मांग लगातार जारी है। इसी तारतम्य में हलाली डेम का नाम बदलने को लेकर भाजपा की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती के बाद अब भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ने भी मांग उठा दी है। भोपाल...
भोपाल(इजहार हसन खान): देश और प्रदेश में पुराने इमारतों, शहरों और जगहों के नामों को बदलने की मांग लगातार जारी है। इसी तारतम्य में हलाली डेम का नाम बदलने को लेकर भाजपा की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती के बाद अब भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ने भी मांग उठा दी है। भोपाल में गणतंत्र दिवस के मौके पर अपने निवास पर तिरंगा फहराने के बाद उन्होंने कहा कि हलाली डैम हिंदुओं के हलाल होने की याद दिलाता है। लालघाटी को हिंदुओं के रक्त से लाल किया गया था। इसी तरह इस्लाम कोई नगर नहीं है। इन सभी जगह के नाम जल्द ही बदले जाने चाहिए।
देश के 72 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने अपने निवास पर तिरंगा फहराया। जिसके बाद उन्होंने अपने बयान में कहा कि हलाली डैम हिंदुओं के हलाल होने की याद दिलाता है लालघाटी को हिंदुओं के रक्त से लाल किया गया था। इसी तरह इस्लाम कोई नगर नहीं है इन सभी जगह के नाम जल्द ही बदले जाने चाहिए। वहीं साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि भोपाल अपने प्राचीन और ऐतिहासिक स्वरूप में जल्दी ही दिखाई देगा
बता दें कि सोमवार को भाजपा की फायर ब्रांड नेत्री उमा भारती ने भी हलाली डेम के नाम बदलने को लेकर विधायक विष्णु खत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि विधानसभा क्षेत्र बैरसिया में एक चर्चित स्थल हलाली डैम का नाम बार-बार आता है जबकि मेरी जानकारी के अनुसार उसका नाम बदल चुका है। भोपाल शहर के बाहर प्रचलित हलाली नाम का स्थान एवं नदी विश्वासघात की उस कहानी की याद दिलाती है जिसमें दोस्त मोहम्मद खां ने भोपाल के आसपास के अपने मित्र राजाओं को बुलाकर उन्हें धोखा देकर उनका सामूहिक कत्ल किया तथा उनके कत्ल से नदी लाल हो गई थी। हलाली शब्द, हलाली स्थान उसी प्रसंग का स्मरण कराता है। विश्वासघात, धोखाधड़ी, अमानवीयता यह सब एक साथ हलाली शब्द के साथ आते हैं। तो हलाली का इतिहास जानने वालों के अंदर घृणा का संचार होता है।
उमा भारती ने कहा कि मैंने सुना है कि उसको एक पर्यटन केंद्र बनाया जा रहा है क्योंकि वहां डैम है, नदी है। यह एक बहुत अच्छी बात है किंतु आप तुरंत संस्कृति एवं पर्यटन विभाग से संपर्क करके घृणा पैदा करने वाले इस नाम का उल्लेख बंद करवा दीजिए। उमा भारती ने आगे लिखा कि आप इस संबंध में पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर से मिलकर भी बात कर सकते हैं, मैं भी इस पत्र की एक कॉपी उनको भेज दूंगी।