Edited By Himansh sharma, Updated: 26 Dec, 2025 03:38 PM

महाकाल लोक के भव्य निर्माण के बाद उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर श्रद्धा, आस्था और दान के मामले में देश के प्रमुख मंदिरों में शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है।
उज्जैन। (विशाल ठाकुर): महाकाल लोक के भव्य निर्माण के बाद उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर श्रद्धा, आस्था और दान के मामले में देश के प्रमुख मंदिरों में शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है। वर्ष 2025 में बाबा महाकाल के दरबार में श्रद्धालुओं की संख्या और दान—दोनों ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड कायम किए हैं।
पहले जहां प्रतिदिन 40 से 50 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते थे, वहीं अब रोजाना औसतन 1 लाख 20 हजार श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन कर रहे हैं। वीकेंड पर यह संख्या डेढ़ से दो लाख तक पहुंच रही है।
दान में ऐतिहासिक बढ़ोतरी
मंदिर समिति के अनुसार,
1 जनवरी से 15 दिसंबर 2025 तक
5 करोड़ 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
इस अवधि में—
दान पेटियों से नकद प्राप्ति: ₹43 करोड़ 43 लाख
शीघ्र दर्शन व्यवस्था से आय: ₹64 करोड़ 50 लाख
कुल मिलाकर 11 माह 15 दिनों में ₹107 करोड़ 93 लाख की आय दर्ज की गई है।
आभूषण दान में भी बना नया रिकॉर्ड
इस वर्ष श्रद्धालुओं ने—
सोना: 1483.621 ग्राम
चांदी: 592.366 किलोग्राम
दान किया, जिसकी कुल अनुमानित कीमत ₹13 करोड़ से अधिक है।
सोने का मूल्य: लगभग ₹1 करोड़ 82 लाख
चांदी का मूल्य: करीब ₹11 करोड़ 85 लाख
पिछले वर्ष से कहीं अधिक आय
वर्ष 2024 में मंदिर को भेंट पेटी और शीघ्र दर्शन से लगभग ₹92 करोड़ की आय हुई थी, जबकि इस वर्ष यह आंकड़ा करीब ₹15 करोड़ अधिक रहा। हालांकि सोना दान थोड़ा कम रहा, लेकिन चांदी के दान में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
आगे और बढ़ेगी संख्या
महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं उज्जैन कलेक्टर रोशन कुमार के अनुसार, 25 दिसंबर से 31 जनवरी के बीच करीब 6 लाख अतिरिक्त श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में वर्ष समाप्त होने तक श्रद्धालुओं की संख्या और दान—दोनों में और बढ़ोतरी तय मानी जा रही है। बाबा महाकाल की कृपा से उज्जैन आस्था का वैश्विक केंद्र बनता जा रहा है।