Edited By Devendra Singh, Updated: 27 Jun, 2022 12:13 PM

उज्जैन लोकायुक्त ने साइबर सेल (cyber cell) के प्रधान आरक्षक को 10 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है।
उज्जैन (विशाल सिंह ठाकुर): लोकायुक्त (lokayukta) ने रविवार को साइबर सेल (cyber cell) के प्रधान आरक्षक को 10 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा है। दरअसल आरोपी साइबर सेल के प्रधान पद पर पदस्थ था, जो फरियादी से 50 हजार की रिश्वत (bribe) मांग रहा था। लेकिन सौदा 10 हजार में तय हुआ था। इसी बीच फरियादी ने लोकायुक्त को शिकायत कर दी। इसके बाद लोकायुक्त ने जाल बिछाकर आरोपी को पकड़ लिया। मामले में प्रधान आरक्षक को सस्पेंड भी कर दिया गया है।
50 हजार की रिश्वत की मांग कर रहा था आरोपी
शास्त्री नगर में रहने वाले होटल संचालक देवेश अस्थाना चिमनगंज क्षेत्र में जुआ खेलते हुए पकड़ाया था। साइबर सेल में पदस्थ प्रधान आरक्षक प्रवीण सिंह चौहान जुए में कार्रवाई नहीं करने के चलते देवेश से कई बार रुपए वसूल कर चुका था। हाल ही में प्रवीण सिंह चौहान ने 50 हजार की मांग की थी और नहीं देने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी थी।
लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई
देवेश अस्थाना ने 23 जून को लोकायुक्त एसपी को शिकायत कर दी। इसी के चलते रविवार दोपहर प्रवीण सिंह चौहान ने देवेश अस्थाना के घर पहुंचा। लोकायुक्त की टीम ने शास्त्री नगर के बगीचे में स्थित वीर चेतन हनुमान मंदिर के पास से उसे पकड़ लिया और कार्रवाई करने के लिए मंदिर में ले गए। मंदिर में हुई कार्रवाई लोकायुक्त निरीक्षक बसंत श्रीवास ने बताया कि अस्थाना के घर पर आरोपी प्रवीण 10 हजार लेने आया था। इसी दौरान वहां पहले से तैयार खड़ी लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। घटनाक्रम चैतन्य बाल वीर हनुमान मंदिर के सामने हुआ।
पुलिसकर्मी घूस लेते हुए गिरफ्तार
आरक्षक तत्काल सस्पेंड जानकारी मिलते ही एसपी सत्येन्द्र कुमार ने प्रवीण सिंह चौहान को सस्पेंड कर दिया है। साइबर सेल पर आरोप कई बार लगे हैं। लेकिन पहली बार यहां पदस्थ पुलिसकर्मी घूस लेते पकड़ा गया है।