Edited By meena, Updated: 01 Aug, 2019 04:27 PM
मध्य प्रदेश में पहली बार नकली घी बनाने के मामले में आरोपी रासुका पर बड़ी कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है।आरोपी कीर्ति केलकर कृष्णा गृह उद्योग के नाम से फैक्ट्री चला रहा था, और सोया तेल वनस्पति और एसेंस मिलाकर नकली घी बनाकर आसपास की छोटी दुकानों...
उज्जैन: मध्य प्रदेश में पहली बार नकली घी बनाने के मामले में आरोपी रासुका पर बड़ी कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है।आरोपी कीर्ति केलकर कृष्णा गृह उद्योग के नाम से फैक्ट्री चला रहा था। आरोपी केलकर सोया तेल वनस्पति और एसेंस मिलाकर नकली घी बनाकर आसपास की छोटी दुकानों में बेच दिया करता था। वहीं उज्जैन के कलेक्टर शशांक मिश्रा ने कीर्ति केलकर पर कार्रवाई करते हुए इंदौर जेल भेज दिया है।
माइल्ड फेट की आड़ में मिलावटी घी की फैक्टरी चला रहा था:
मंगलवार को खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने बहादुरगंज स्थित केलकर परिसर में छापा मारकर नकली घी पकड़ा था किसी को शक न हो इसके लिए वह बेकरी आइटम में उपयोग होने वाले माइल्ड फेट की आड़ में मिलावटी घी की फैक्टरी चला रहा था। अधिकारियों की पूछताछ में व्यापारी ने बताया प्रतिदिन वह 30 किलो घी तैयार करता है, जिसे बाजार में बेच दिया जाता है। यानी एक माह में 900 किलो मिलावटी घी बाजार में सप्लाई कर दिया जाता था। टीम यह भी पता लगा रही है कि यहां से किन-किन दुकानों पर घी सप्लाई होता था।
मिलावट करने वाला कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा:
जानकारी के अनुसार यह फैक्ट्री 2006 से चल रही थी। इन पर प्रशासन ने पहले भी कार्रवाई की थी लेकिन नियम की लचरता के कारण जुर्माना देकर छूट गए थे, और फिर से अपना मिलावट का यह कारोबार शुरु कर दिया। फैक्ट्री संचालक केलकर ने 26 जून को खाद्य लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। लेकिन मिलावटी घी बनाने की फैक्टरी के आवेदन निरस्त कर दिया है। कलेक्टर शशांक मिश्र ने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रखी जाएगी। मिलावट करने वाली चाहा कोई भी हो, उन्हें किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।