Edited By Desh sharma, Updated: 20 Aug, 2025 10:06 PM

पूर्व मंत्री और विधायक जयवर्धन सिंह ने खुद को कांग्रेस का जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर वजह का खुलासा किया है। जयवर्धन सिंह ने कहा कि पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है उसके बारे में जीतू पटवारी कार्यकर्ताओं को बता चुके हैं।
गुना (मिस्बाह नूर) : पूर्व मंत्री और विधायक जयवर्धन सिंह ने खुद को कांग्रेस का जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर वजह का खुलासा किया है। जयवर्धन सिंह ने कहा कि पार्टी ने उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है उसके बारे में जीतू पटवारी कार्यकर्ताओं को बता चुके हैं। यह सौभाग्य है कि बात है कि ये खुद राहुल गांधी के निर्देश से हुआ है ।
राहुल गांधी ने ही उनसे कहा था कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी उसको वह मना नहीं कर सकते हैं। जयवर्धन ने साफ करते हुए कहा कि इससे पहले प्रदेश उपाध्यक्ष रहते हुए उन्हें मंदसौर का प्रभार मिला था। अब गुना जिले का प्रभार रहेगा। जो लोग मायूस हो रहे हैं वो यह समझें कि अब भी एक जिले का प्रभार है। अंतर यह है कि जब राहुल गांधी कुछ समय पहले भोपाल आए थे, उन्होंने स्पष्ट कहा था कि जो भी जिले के प्रमुख नेता हैं, उनमें से एक को जिला अध्यक्ष के रूप में चुना जाएगा। जयवर्धन सिंह ने कांग्रेस जिला अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद बुधवार को पहली बार गुना के दौरे पर आए थे ।
इस मौके जयवर्धन सिंह ने कार्यकर्ताओं से आव्हान किया कि इन जिम्मेदारियों को निभाने के लिए उन्हें कार्यकर्ताओं के सहयोग की जरुरत होगी। 24 अगस्त को नए जिला अध्यक्षों को दिल्ली बुलाया गया है। जहां राहुल गांधी से मुलाकात होगी।

जयवर्धन ने की मेहरबान और हरिशंकर की तारीफ
इस मौके पर जयवर्धन सिंह ने निवृतमान जिला अध्यक्ष मेहरबान सिंह धाकड़ और पूर्व अध्यक्ष हरिसिंह की कार्यक्षमता की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि अब इन दोनों नेताओं को यह नहीं मानना चाहिए कि वे फ्री हो गए हैं, बल्कि अब उन्हें आने वाले पंचायत, नगरीय निकाय ओर विधानसभा चुनाव के लिए और मेहनत करनी होगी। जयवर्धन सिंह ने कहा कि वे जीतू पटवारी और जिला प्रभारी हरीश चौधरी से आग्रह करेंगे कि इन दोनों नेताओं को विशेष जिम्मेदारियां सौंपी जाएं।
सप्ताह में एक बार आएंगे कार्यालय
जयवर्धन सिंह ने माना कि वे पूर्व जिला अध्यक्ष मेहरबान सिंह और हरिशंकर विजयवर्गीय की तरह शायद पहले जितना समय नहीं दे पाएं लेकिन वो ऐसा सिस्टम बनाएंगे कि सप्ताह में एक बार जिला मुख्यालय पर अवश्य आएं और कार्यकर्ताओं से चर्चा करें।