Edited By meena, Updated: 09 Jul, 2025 06:36 PM

अब इसे संयोग कहे या फिर चमत्कार कि एक शिक्षक को उसके जीवित रहे एक पत्नी का प्यार दुलार नहीं मिला...
बैतूल (रामकिशोर पंवार): अब इसे संयोग कहे या फिर चमत्कार कि एक शिक्षक को उसके जीवित रहे एक पत्नी का प्यार दुलार नहीं मिला लेकिन उसके मरते ही एक दो नहीं बल्कि तीन दावेदार पत्नियां सामने आ गई। जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया जिसने पुलिस विभाग को घनचक्कर बना दिया। पुलिस विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सिर पकड़ कर बैठ गए हैं।
पूरा मामला एक मृत सरकारी शिक्षक की पेंशन और खेतीबाड़ी को लेकर था, लेकिन सबसे अजीब बात यह रही कि मृत शिक्षक की पत्नी होने का दावा एक नहीं बल्कि तीन महिलाओं ने किया। इनमें से एक महिला, प्रेमलता परते, अपने बेटे के साथ पहुंची और खुद को मृत शिक्षक की असली पत्नी बताते हुए शिकायत दर्ज कराई कि बाकी दो महिलाएं झूठे दस्तावेज बनाकर पेंशन और संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा करना चाहती हैं। इससे भी हैरत की बात ये है कि शिकायतकर्ता महिला के मुताबिक, दोनों महिलाओं के पति जिंदा हैं। मामला पेंशन और खेती पर कब्जे से जुड़ा है, जिसमें फर्जी दस्तावेज बनवाने का आरोप लगाया गया है। ग्राम सोनाघाटी निवासी प्रेमलता परते ने शिकायत में बताया कि उनके पति स्व. नानू परते शासकीय शिक्षक थे, उनका निधन 4 अक्टूबर 2024 को हो चुका है। लेकिन अब दो महिलाएं सुमित्रा पति सतीष, निवासी भीमपुर और गौरा पति रायजू, निवासी बेहड़ा, तहसील भैसदेही खुद को नानू परते की पत्नी बताकर उनकी पेंशन और खेती-बाड़ी पर दावा कर रही हैं।

प्रेमलता परते ने एसपी से शिकायत करते हुए कहा कि इन दोनों महिलाओं द्वारा आधार कार्ड, राशन कार्ड जैसे कई कुटरचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी रूप से नानू परते की पत्नी होने का प्रमाण देने की कोशिश की जा रही है, जबकि सच्चाई यह है कि इन दोनों के असली पति जीवित हैं। शिकायत में प्रेमलता परते ने स्पष्ट किया कि नानू परते की मृत्यु प्रमाण पत्र की मूल प्रति उनके पास है, और किसी भी अन्य मृत्यु प्रमाण पत्र को अमान्य माना जाए। उन्होंने आशंका जताई कि ये महिलाएं रूपयों के लालच में किसी भी विभाग या बैंक में जाकर नानू परते की पत्नी होने का दावा कर सकती हैं। इसीलिए उन्होंने मांग की है कि यदि भविष्य में ये महिलाएं किसी भी सरकारी या न्यायिक विभाग में दस्तावेज प्रस्तुत करें तो उसकी जांच अवश्य की जाए और उन्हें झूठा माना जाए। प्रेमलता परते ने यह भी आरोप लगाया कि ये दोनों महिलाएं उनके खिलाफ भी झूठे दस्तावेज बनाकर कोई अनैतिक कार्य कर सकती हैं। प्रेमलता ने दोनों महिलाओं के परिचय पत्रों की प्रतिलिपि भी अपने आवेदन के साथ संलग्न की है और एसपी से गुहार लगाई है कि संबंधित अधिकारियों को इसकी सूचना दी जाए ताकि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी रोकी जा सके। उन्होंने मांग की है कि इस मामले में विधिसंगत कानूनी कार्यवाही कर न्याय दिलाया जाए।