Edited By meena, Updated: 04 Jun, 2020 06:26 PM
आने वाले राज्यसभा चुनाव में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए बीजेपी ने दलित कार्ड का सहारा लिया है। बीजेपी के इस दाव से कांग्रेस 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में मुश्किल में पड़ सकती है। बीजेपी के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव ने...
भोपाल: आने वाले राज्यसभा चुनाव में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए बीजेपी ने दलित कार्ड का सहारा लिया है। बीजेपी के इस दाव से कांग्रेस 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में मुश्किल में पड़ सकती है। बीजेपी के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव ने कहा है कि कांग्रेस को राज्यसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार फूल सिंह बरैया को प्राथमिकता देनी चाहिए। फूल सिंह अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं और अगर वह राज्यसभा में पहुंचते हैं तो राज्यसभा में अनुसूचित जाति वर्ग का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा। वही बीजेपी का कहना है कि दिग्विजय सिंह तो पहले भी राज्यसभा जा चुके हैं और वे मुख्यमंत्री जैसे बड़े पदों पर बैठ चुके हैं।
वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो कांग्रेस की तरफ से दिग्विजय सिंह का राज्यसभा में जाना तय माना जा रहा है लेकिन भार्गव के इस बयान के कांग्रेस में उथलपुथल जरुर मच गई है। ऐसे में अगर फूल सिंह बरैया राज्यसभा नहीं पहुंच पाते हैं तो फिर बीजेपी इस मुद्दे को उपचुनाव में जरुर उछालेगी।
फूल सिंह बरैया की राजनीतिक पैठ
ग्वालियर चंबल संभाग से फूल सिंह बरैया का खासा नाता है। विधानसभा चुनाव 2018 में बीजेपी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के माई के लाल बयान की वजह से ग्वालियर चंबल संभाग में करारी हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी को वहां से मुंह की खानी पड़ी थी। वहीं इस बार विधानसभा की जिन 24 सीटों पर उप चुनाव होना है उनमें से ग्वालियर चंबल संभाग की सबसे ज्यादा 16 सीटें शामिल हैं। ऐसे में अगर बीजेपी का यह दलित कार्ड चलता है तो कांग्रेस की पकड़ कमजोर पड़ सकती है।