Edited By meena, Updated: 17 Mar, 2025 06:32 PM

मादा चीता 'गामिनी' को उसके दो नर शावकों और दो मादा शावकों के साथ सोमवार को मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में सफलतापूर्वक खुले जंगल में छोड़ा...
भोपाल : मादा चीता 'गामिनी' को उसके दो नर शावकों और दो मादा शावकों के साथ सोमवार को मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में सफलतापूर्वक खुले जंगल में छोड़ा गया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट के माध्यम से जानकारी साझा की और इसे राज्य पर्यटन के लिए एक और गौरवपूर्ण क्षण बताया। उन्होंने यह भी बताया कि अब कुल 17 चीते कूनो पार्क में खुले जंगल में घूम रहे हैं।
सीएम यादव ने पोस्ट में कहा, "मध्य प्रदेश पर्यटन के लिए एक और गौरवपूर्ण क्षण आया है। आज मादा चीता गामिनी और उसके चार शावकों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के खजूरी वन क्षेत्र में एक बड़े बाड़े से खुले जंगल में सफलतापूर्वक छोड़ा गया है। अब कूनो में कुल 17 चीते स्वतंत्र रूप से विचरण कर रहे हैं, जिससे पर्यटकों को सफारी के दौरान चीतों को विचरण करते देखने का एक रोमांचक और रोमांचकारी अनुभव मिलेगा।"
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि मध्य प्रदेश चीतों के लिए "मां की गोद" बन गया है, जहां उन्होंने गति प्राप्त करने के साथ-साथ अपने परिवार को भी लगातार बढ़ाया है। उन्होंने कहा, "मध्य प्रदेश एशिया से विलुप्त हो चुके चीतों के लिए मां की गोद बन गया है। यहां चीते न केवल अपनी गति प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि अपने परिवार को भी लगातार बढ़ा रहे हैं। मध्य प्रदेश वन्यजीवों के संरक्षण और भावी पीढ़ियों के लिए जैव विविधता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।"

इससे पहले दिन में सीएम यादव ने उम्मीद जताई कि इस कदम से पर्यटन के साथ-साथ राज्य की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। सीएम ने कहा कि "आज वन विभाग और चीता परियोजना के लिए एक उल्लेखनीय दिन है। मादा चीता गामिनी और उसके शावकों को जंगल में छोड़ा जाएगा और वे मध्य प्रदेश की धरती पर स्वतंत्र रूप से घूमेंगे। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि श्योपुर में कूनो नेशनल पार्क को चीता के पुन: परिचय के लिए चुना गया। हमारे वन विभाग ने उल्लेखनीय कार्य किया है। इससे पर्यटन के साथ-साथ अर्थव्यवस्था भी बढ़ेगी।