Edited By meena, Updated: 13 May, 2025 12:06 PM

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने नक्सल प्रभावित बालाघाट में नक्सलियों को कड़ी चेतावनी दी ...
बालाघाट : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने नक्सल प्रभावित बालाघाट में नक्सलियों को कड़ी चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री ने लांझी में रानी अवंतीबाई स्टेडियम से एक समारोह के मंच से संबोधित करते हुए कहा कि नक्सली आत्मसमर्पण कर दें, नहीं तो उनका सफाया कर दिया जाएगा। प्रदेश की धरती पर नक्सल का खूनी खेल अब नहीं चलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग अन्याय करते हैं, निर्दोषों का खून बहाते हैं और लाल सलाम का नारा लगाते हैं, उन्हें जीने का अधिकार नहीं है। आपको इस धरती पर जीने नहीं दिया जाएगा।"
मुख्यमंत्री ने लांजी में 64 पुलिसकर्मियों को क्रम पूर्व पदोन्नति दी गई। ये पुलिसकर्मी उस ऑपरेशन में शामिल थे, जिसमें 19 फरवरी को बालाघाट में चार महिला नक्सलियों को मार गिराया गया था। पदोन्नत किए गए पुलिसकर्मियों में विशेष नक्सल विरोधी हॉक फोर्स के 62, जिला पुलिस का एक और एमपी पुलिस बल की 36वीं बटालियन का एक पुलिसकर्मी शामिल है।
इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ एमपी के पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने पुलिसकर्मियों की वर्दी पर सितारे लगाए। मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि सरकार को हमारे पुलिसकर्मियों द्वारा दिखाए गए अदम्य साहस पर गर्व है। समाज की सेवा करने वाले अधिकारियों को सलाम। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने आने वाले दिनों में पुलिस बल में 8500 कर्मियों की भर्ती कराई जाने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में साल 2026 तक देशभर से नक्सलवाद के खात्मे का संकल्प लिया गया है। मध्य प्रदेश सरकार इसे पूरा करने के लिए केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि एक समय था जब बालाघाट देश के 12 सबसे अधिक नक्सल प्रभावित जिलों में एक था, लेकिन अब यह उस सूची में नहीं आता। पुलिस बल की मेहनत से बालाघाट अब इस लिस्ट में नहीं है। बालाघाट में नक्सल गतिविधियों में गिरावट प्रशंसनीय है।