Edited By Himansh sharma, Updated: 23 Apr, 2025 04:06 PM

प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने एक बार फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दी
गुना। (मिसबाह नूर): प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने एक बार फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरु कर दी है। इसके बाद जिलेभर के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से संबंधित तमाम काम पूरी तरह ठप हो चुके हैं। एनएचएम के तहत काम करने वाले संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले गुना जिले के 300 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी शास्त्री पार्क में तंबू लगाकर हड़ताल पर बैठ गए हैं। इससे पहले 16 अप्रैल को संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने रैली निकालकर 22 अप्रैल से अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी दी थी।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का आरोप है कि साल 2023 में उनकी हड़ताल के दौरान तत्कालीन शिवराज सरकार ने मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया था, लेकिन भाजपा की दोबार सरकार बनते ही उनकी पार्टी अपना वादा भूल गई है। इसके विरोध में गुना सहित प्रदेशभर के 32 हजार से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर बैठ गए हैं। स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल के तले मंगलवार से मैदानी स्तर पर मिलने वाली तमाम स्वास्थ्य सुविधाएं ठप हो गई हैं। इनमें खासतौर पर टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, एनआरसी व एसएनसीयू वार्डों का कामकाज भी प्रभावित हुआ है।
इसके अलावा मरीजों के बीपी, शुगर की जांच नहीं हो पाई। जिसकी वजह से जिला अस्पताल में वृद्ध मरीज परेशान होते नजर आए। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा ही मलेरिया जैसे महत्वपूर्ण विभागों का संचालन किया जाता है, जिसके चलते मलेरिया विभाग का कामकाज तो पूरी तरह ठप हो चुका है। बता दें कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी संविदा नीति 2023 का लाभ मांग रहे हैं। हड़ताली कर्मचारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अब किसी दबाव या आश्वासन के सामने नहीं झुकने वाले हैं। जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा।