Edited By meena, Updated: 21 Jan, 2022 08:55 PM
मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत इस कदर है कि खाद वितरण केंद्रों पर लाइनों में लगे किसान मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला ग्वालियर के भितरवार में देखने को मिला जहां खाद वितरण केंद्र पर खाद लेने आए किसानों ने पहले मैं पहले मैं वाली मानसिकता...
ग्वालियर(अंकुर जैन): मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत इस कदर है कि खाद वितरण केंद्रों पर लाइनों में लगे किसान मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला ग्वालियर के भितरवार में देखने को मिला जहां खाद वितरण केंद्र पर खाद लेने आए किसानों ने पहले मैं पहले मैं वाली मानसिकता के चलते एक दूसरे पर लात घूंसे चला दिए। हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने किसानों को शांत किया उसके बाद जाकर खाद का वितरण हो सका।
दरअसल, अंचल में तेज सर्दी और मावठ की बारिश पड़ने के बाद किसानों को खाद की अत्याधिक जरूरत पड़ रही है। वहीं कई घंटों से लाइन में लगे किसानों को उनकी जरूरत के हिसाब से खाद नहीं मिल पा रहा है। रोजाना महिलाएं और परिवार के अन्य लोग खाद के लिए लाइन में लगने पर मजबूर हैं। गुरुवार सुबह के समय खाद वितरण केंद्र पर करीब ढाई सौ से 300 महिलाएं लाइन में लगी हुई थी। यहां पर 500 से 600 किसान जमा थे। इसी दौरान कुछ किसानों में आपसी विवाद हो गया और बाद में उनके बीच लात घूंसे चलना शुरू हो गए। वहां मौजूद कुछ बुजुर्ग किसानों ने बीच-बचाव करने का प्रयास किया, लेकिन मामला शांत नहीं हुआ। खाद वितरण केंद्र पर झगड़े की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। इसके बाद किसानों को समझाबुझाकर शांत कराया।
गौरतलब है कि किसान खाद के लिए परेशान हैं और उनको खाद मांग के अनुसार नहीं मिल पा रहा है। किसानों का कहना है कि पिछले करीब 10 दिनों से खाद के लिए लाइन लगानी पड़ रही है। कड़कड़ाती सर्दी में महिलाएं सहित परिवार के सभी लोग लाइन में लगने पर मजबूर हैं। इसके बाद भी खाद उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। किसानों की भीड़ को देखते हुए अधिकतम 10 बैग खाद प्रति किसान को दिया जा रहा है। किसानों का कहना है कि मावठ के बाद फसलों में खाद की जरूरत है। खाद की कमी के कारण गेंहू पीला पड़ रहा है, अगर समय रहते खाद नहीं मिला तो उनको बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।