Edited By Vikas Tiwari, Updated: 10 Jan, 2022 02:54 PM

जबलपुर के कैंट इलाके के नायब तहसीलदार सुरेश सोनी भगवा रंग में रंगे हैं। वे लोक सेवक जिनकी सबसे पहली आस्था जनता पर होना चाहिए, लेकिन वह कार्यपालिका मजिस्ट्रेट होते हुए भी अपनी आस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर जाहिर कर रहे हैं, और खुलकर अपने स्टेटस पर...
जबलपुर (विवेक तिवारी): जबलपुर के कैंट इलाके के नायब तहसीलदार सुरेश सोनी भगवा रंग में रंग गए हैं। वे लोक सेवक जिनकी सबसे पहली आस्था जनता पर होना चाहिए, लेकिन वह कार्यपालिक मजिस्ट्रेट होते हुए भी अपनी आस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर जाहिर कर रहे हैं, और खुलकर अपने स्टेटस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का बकायदा प्रचार-प्रसार भी कर रहे हैं।

एक ऐसा ही वीडियो कैंट इलाके के नायब तहसीलदार और कार्यपालिक मजिस्ट्रेट सुरेश सोनी ने अपने स्टेटस पर डाला और अब वह स्टेटस वायरल होकर पंजाब केसरी के पास पहुंच गया है। जिसमें वे बकायदा आर एस एस का प्रचार कर रहे हैं। आपको बता दें कि जबलपुर में आर एस एस का बहुत बड़ा कार्यक्रम होने वाला था। जिसकी तैयारियां चल रही थी। हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण कार्यक्रम को टाल दिया गया। लेकिन निजी प्रवास पर संघ प्रमुख मोहन भागवत जबलपुर इसी हफ्ते जरूर आ रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि जिस तरह से कार्यपालक मजिस्ट्रेट सुरेश सोनी अपने स्टेटस पर आर एस एस का झंडा बुलंद कर रहे हैं। क्या यह लोक सेवक के कर्तव्य के दायरे में आता है। जब वह किसी भी संगठन का प्रचार प्रसार करें। वैसे भी लोक सेवक किसी भी संगठन का प्रचार प्रसार नहीं कर सकता। उसकी आस्था सरकार पर हो सकती है, और सरकार के कामकाज पर हो सकती है। सरकार की नीतियों का प्रचार प्रसार कर सकता है। लेकिन किसी संगठन का प्रचार प्रसार करना लोक सेवक के दायरे से बाहर है।

स्टेटस तो हुआ अलग नहीं मिली सफाई
व्हाट्सएप पर स्टेटस 24 घंटे तक ही लगाया जा सकता है। तहसीलदार सुरेश सोनी का स्टेटस भी 24 घंटे के बाद अलग हो गया है। हमने स्टेटस लगाते वक्त भी उनसे इस मामले में चर्चा करनी चाही। लेकिन उनका फोन आउट ऑफ कवरेज ही बताता रहा, सवाल यह उठता है कि क्या लोक सेवक होने के नाते कार्यपालक मजिस्ट्रेट इस तरह के स्टेटस डालकर प्रचार प्रसार कर सकते हैं, या फिर सर्विस में होते हुए भी वह संघ की शाखाओं में जाते हैं। लिहाजा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रति जो उनकी आस्था है। वह स्टेटस में भी जाहिर हो रही है। आपको बता दें कि इसके पहले भी सुरेश सोनी अपने स्टेटस पर बीजेपी का प्रचार प्रसार कर चुके हैं। फिलहाल इस मामले पर अब तक कोई भी शिकायत नहीं हुई है। न ही स्टेटस लगाने पर कोई एक्शन अब तक लिया गया है।