Edited By meena, Updated: 03 Oct, 2023 01:22 PM

मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में विधानसभा चार का विरोध जहां कई नेता कर रहे थे और खुलकर सामने नहीं आ रहे थे
इंदौर(सचिन बहरानी): मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में विधानसभा चार का विरोध जहां कई नेता कर रहे थे और खुलकर सामने नहीं आ रहे थे वहीं अब आचार संहिता लगने के कुछ दिन पूर्व दावेदार खुलकर सामने आ गए हैं। दावेदारों ने विधानसभा चार में ऐसा जमघट लगाया जो चार नंबर क्षेत्र का कार्यकर्ता पहुंचा वह देखता रह गया 210 बूथ में से लगभग 175 से अधिक बूथ की टेबल लगाकर बूथ के कार्यकर्ताओं को बैठाया गया है।

आपको बता दें शायद इस तरीके का कार्यक्रम प्रदेश में पहली बार हुआ होगा, जहां इस तरीके से वर्तमान विधायक होने के बाद भी इतना बड़ा मजमा लगा हो और उसमें पूरे क्षेत्र के बूथ की टेबल लगाई हो और उस पर बूथ के कार्यकर्ताओं को बिठाया हो लगभग 1500 के आसपास कार्यकर्ताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई इस दौरान क्षेत्र के बुद्ध जीवियों को भी बुलाया गया था और एक बॉक्स बनाया गया था जिसमें बूथ के कार्यकर्ताओं के नाम से स्लिप डाल रखी थी और बाकायदा स्लिप निकल जा रही थी और उसका लिस्ट के आधार पर सत्यापन कराया जा रहा था। यह सब वहां पर लगे कमरे में सब चीज कैद हो रही थी। इस पूरे मामले में संस्था अखंड भारत के ओर भाजपा जनता युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गंगा पांडे ने बताया कि हम सब पिछले 5 वर्षों ने पश्चिम क्षेत्र में काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा बूथ स्तर का इतना बड़ा काम शायद ही किसी संगठन ने इस तरीके से किया होगा। गंगा पांडे ने आगे कहा कि विधानसभा 4 के 70 प्रतिशत बूथ तक हम पहुंचे हैं जब उनसे पूछा गया कि विधानसभा 4 से आपकी दावेदारी है तो उन्होंने कहा निश्चित ही अगर संगठन मौका देगी संगठन जिम्मेदारी देगा और मैं विश्वास के साथ कहता हूं कि संस्था अखंड भारत के सदस्य को मौका मिलेगा तो मध्य प्रदेश में सबसे बड़ी जीत विधानसभा 4 को जिताने का काम करेंगे।
विधायक मालिनी गौड़ परिवार के खिलाफ अब खुल कर सामने आ रहे दावेदार
आपको बता दें ऐसा पिछले 30 सालों में पहली बार हो रहा है कि विधानसभा चार जो कि इंदौर शहर की अयोध्या कही जाती है, उसमें खुलकर वर्तमान विधायक और उसके परिवार का विरोध हो रहा है। अभी तो पहला नाम है भाजपा जनता युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गंगा पांडे का जिन्होंने यह पार्टी संगठन को बता दिया कि किस तरीके से बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को मैनेज किया जाता है क्योंकि पिछले कई समय से विधायक पुत्र ने क्षेत्र में जिस तरीके से गुंडागर्दी का आलम बड़ा है संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ लोधीपुरा में आफिस में बंद करके मारपीट करने उनके खिलाफ पुलिस में मुकदमे दर्ज करना व व्यापारियों पर दबाव बनाना इस प्रकार की कई शिकायतें नीचे से लेकर ऊपर तक गौड़ परिवार के खिलाफ की गई है और 30 साल में ऐसा पहली बार हो रहा है कि गौड़ परिवार को अपना टिकट पाने के लिए इतनी मेहनत करना पड़ रही है। कभी संगठन कभी भोपाल तो कभी दिल्ली तो कभी नागपुर जा जाकर सफाई देना पड़ रही है। इस विधानसभा और गौड़ परिवार के खिलाफ पूर्व राज्यसभा सांसद भी लगातार ट्वीट करके क्षेत्र में जो हो रहा है उसकी जानकारी भी दे रहे हैं। उन्होंने ही गौड़ परिवार को क्षेत्र का आतंक का पर्याय बताया था।