Edited By meena, Updated: 27 Sep, 2019 01:13 PM

मध्यप्रदेश की 18 सरकारी यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स और टीचिंग विभाग से जुड़े सभी कार्य ऑनलाइन होंगे। इससे पहले सभी यूनिवर्सिटीज अपने स्तर पर विद्यार्थियों को केवल एडमिशन, रिजल्ट व मार्कशीट सहित कुछ अन्य सुविधाएं ही ऑनलाइन देते थे...
ग्वालियर: मध्यप्रदेश की 18 सरकारी यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स और टीचिंग विभाग से जुड़े सभी कार्य ऑनलाइन होंगे। इससे पहले सभी यूनिवर्सिटीज अपने स्तर पर विद्यार्थियों को केवल एडमिशन, रिजल्ट व मार्कशीट सहित कुछ अन्य सुविधाएं ही ऑनलाइन देते थे। लेकिन अब इंटीग्रेटेड सिस्टम से विद्यार्थी व टीचर्स इसका लाभ ले सकेंगे। इन विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति यानी राज्यपाल के आदेश पर इंटीग्रेटेड यूनिवर्सिटीज कंप्यूटराइज्ड सिस्टम तैयार कराया जा रहा है। इससे इन यूनिवर्सिटी को कुल मिलाकर 40 करोड़ रुपए की बचत होगी, साथ ही ये सिस्टम सभी यूनिवर्सिटी में एक जैसा काम करेगा।

गौरतलब है कि ज्यादातर विश्वविद्यालय ऑनलाइन सुविधाओं के लिए एमपी ऑनलाइन पर निर्भर हैं। इसके लिए प्रतिवर्ष लगभग 40 करोड़ रुपए का भुगतान एमपी ऑनलाइन को किया जाता है। लेकिन स्वयं का इंटीग्रेटेड सिस्टम विकसित हो जाने पर विश्वविद्यालयों को यह भुगतान नहीं करना पड़ेगा।वहीं इस सिस्टम को विकसित करने और इसे ऑपरेट करने के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति के बाद वेतन-भत्तों व मेंटेनेंस में सालाना 12 से 15 करोड़ रुपए का ही खर्चा आएगा।