Edited By Himansh sharma, Updated: 30 Jul, 2025 07:25 PM

मध्य प्रदेश के गुना जिले में बारिश की मार से सर्वाधिक नुकसान झेलने वाले बमौरी ब्लॉक में हालात अभी भी नाजुक बने हुए हैं।
गुना। (मिसबाह नूर): मध्य प्रदेश के गुना जिले में बारिश की मार से सर्वाधिक नुकसान झेलने वाले बमौरी ब्लॉक में हालात अभी भी नाजुक बने हुए हैं। पूरे इलाके में बारिश का सिलसिला करीब 50 घंटों से जारी है और बादल विश्राम नहीं ले रहे हैं। लिहाजा जिला प्रशासन अलर्ट पर है। हालात संभालने के लिए गुना कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल के अनुरोध पर भारतीय सेना की दो टुकड़ियों ने बमौरी में मोर्चा संभाल लिया है। बता दें कि मंगलवार को बमौरी के कलोरा में तालाब की पार फूटने से अफरा-तफरी के हालात बन गए थे।
जिला प्रशासन ने बेहद सजगता के साथ स्थिति संभाला। कलेक्टर ने बिना देरी किए सेना और होमगार्ड डीजी को पत्र लिख दिए। मामले की गंभीरता को देखते हुए सेना की दो टुकड़ियां बमौरी और कलोरा में डेरा जमाए हुए हैं। इससे पहले जिला प्रशासन ने कलोरा और आसपास के गांवों में करीब 200 लोगों को रेस्क्यू कर आदिवासी छात्रावास बमौरी में शिफ्ट कर दिया है। जिला प्रशासन बमौरी ब्लॉक के सोडा गांव पर भी नजर बनाए हुए हैं। क्योंकि बीते 3 सालों में हर बार बारिश के दौरान इस गांव में बाढ़ के हालात बने हैं और लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
अगर हालात और विकराल होते हैं तो एक वैकअप टीम पड़ोसी राज्य राजस्थान के छबड़ा में मौजूद है जो तुरंत सहायता के लिए उपलब्ध होगी। बमौरी तहसीलदार देवदत्त गोलिया बारिश पल-पल की अपडेट कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल को मुहैया करा रहे हैं। क्षेत्र के सभी सरकारी स्कूल, छात्रावासों को आवश्यकता पड़ने पर शेल्टर हाऊस बनाने के लिए चिन्हित किया गया है। सिंचाई विभाग को भी कहा गया है कि वे सभी पुल-पुलिया, बांध और तालाबों की स्थिति का जायजा लें ताकि किसी अनहोनी के चलते जान-माल के नुकसान को बचाया जा सके। कुल मिलाकर बमौरी के हालातों पर जिला प्रशासन की पूरी नजर है। अब सेना की मौजूदगी से लोगों में आत्मविश्वास बढ़ा है। आम लोग अपने स्तर भी मौजूद बारिश से जूझने में जुटे हुए हैं। लोग ईश्वर से भी बारिश थमने की प्रार्थना कर रहे हैं।