Edited By suman, Updated: 08 Jun, 2019 06:25 PM
ट्रेन में सफर के दौरान सिर दर्द या पैर दर्द होनेे पर यात्रियों को दवाई खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि ट्रेन में मसाज मिल जाएगी। इसकी शुरुआत इंदौर से चलने वाली 39 एक्सप्रेस और सु
रतलाम: ट्रेन में सफर के दौरान सिर दर्द या पैर दर्द होनेे पर यात्रियों को दवाई खाने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि ट्रेन में मसाज मिल जाएगी। इसकी शुरुआत इंदौर से चलने वाली 39 एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों से होने जा रही है। शुक्रवार को रतलाम रेल मंडल ने न्यू इनोवेटिव नॉन फेयर रैवेन्यू आइडियाज स्कीम (एनआईएनएफआरआईएस) के तहत लाइसेंस ऑफ एग्रीमेंट (एलओए) जारी कर दिया।
भारतीय रेलवे में पहली बार चलती ट्रेन में यात्रियों को इस तरह मसाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। मंडल रेल प्रबंधक आरएन सुनकर ने बताया कि, इससे रेलवे की सालाना 20 लाख रुपए की कमाई होगी। माॅलिश करने वालों के रूप में रेलवे को एक साल में 20 हजार नए यात्री मिलेंगे, जिससे सालाना 90 लाख की अतिरिक्त कमाई होगी।
फोन करते ही आ जाएंगे ट्रेंड मसाजर
हर एक गाड़ी में दो ट्रेंड मजासर चलेंगे। इनके फोन नंबर टीटीई और कोच में उपलब्ध कराए जाएंगे। जरूरत होने पर यात्री के फोन करते ही मजासर बताई गई बर्थ पर पहुंचकर यात्री के हेड या फूट की मसाज करेंगे। यात्री इसका फायदा सुबह 6 से रात 10 बजे तक ही उठा पाएंगे।