Edited By meena, Updated: 10 Jul, 2023 01:31 PM

आज श्रावण मास का पहला सोमवार है। यही कारण है कि आज सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है...
उज्जैन(विशाल सिंह): आज श्रावण मास का पहला सोमवार है। यही कारण है कि आज सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालु देर रात से कतार में लगे हुए हैं। तड़के 2.30 बजे बाबा महाकाल की भस्मारती शुरू हुई जिसके हजारों श्रधालुओं ने दर्शन लाभ लिए। श्रावण मास भगवान भोलेनाथ का सबसे प्रिय माह माना गया है। मान्यता है कि श्रावण माह में शिव आराधना करने से सभी कष्टों से तुरंत मुक्ति मिलती है।

श्रावण के पहले सोमवार के दिन आज महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल की विशेष भस्मारती की गई। भस्मारती के पहले बाबा को जल से नहलाकर महा पंचामृत अभिषेक किया गया जिसमें दूध, दही, घी, शहद व फलों के रसों से अभिषेक हुआ। अभिषेक के बाद भांग और चंदन से भोलेनाथ का आकर्षक श्रृंगार किया गया और भगवान को वस्त्र धारण कराये गए।
तत्पश्चात बाबा को भस्म चढ़ाई गई। भस्मिभूत होने के बाद झांझ-मंजीरे, ढोल-नगाड़े व शंखनाद के साथ बाबा की भस्मारती की गई। भक्त आज के दिन का विशेष इंतजार करते है इसलिए आज महाकाल के दरबार में सुबह से ही उत्साह और आनंद का माहौल है।

श्रावण - भादो मास में सोमवार को बाबा महाकाल की सवारी निकाले जाने की भी परंपरा है। इसलिए आज शाम 4 बजे बाबा की सवारी भी निकाली जाएगी। मान्यता है कि अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए सवारी के रूप में राजा महाकाल नगर भ्रमण पर निकलते हैं। यहां बाबा की सवारी के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु सड़कों के किनारे घंटों इंतजार करते हैं और महाकाल की एक झलक पा कर अपने आप को धन्य मानते है।