Edited By meena, Updated: 26 Jan, 2023 03:16 PM

मध्यप्रदे श की आर्थिक राजधानी इंदौर की केंद्रीय जेल से गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के दिन प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी अच्छा आचरण धारक करने वाले बंदियों को रिहा किया गया। शासन की अनुशंसा
इंदौर(सचिन बहरानी): मध्यप्रदे श की आर्थिक राजधानी इंदौर की केंद्रीय जेल से गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के दिन प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी अच्छा आचरण धारक करने वाले बंदियों को रिहा किया गया। शासन की अनुशंसा पर गंभीर अपराधों में बंद 24 पुरुष वा दो महिला बंदियों को रिहा किया गया। जेल में भविष्य में जीविका संचालित करने के उद्देश्य से कई तरह के रोजगार से जुड़ी स्किल सिखाई गई है।
इंदौर में प्रति वर्ष की तरह इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस पर में केंद्रीय जेल से बंदियों को रिहा किया गया जिनमें 24 पुरुष और 2 महिला बंदी शामिल हैं। जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि इस रिहाई में 20 वर्ष की सजा पूर्ण कर चुके बंदियों की पिछले दिनों लिस्ट तैयार की गई थी जिसमें शामिल किया गया है जिनका जेल में आचरण काफी अच्छा रहा उन बंदियों को मध्य प्रदेश शासन के अनुशंसा पर इस वर्ष रिहा किया जा रहा है।

इसी के साथ बंदियों को भविष्य में रोजगार कर अपना जीवन यापन कर एक अच्छी जिंदगी जी सके इसके लिए जेल परिसर में ही विभिन्न तरह की स्किल सिखाई गई है। कुछ बंदी पढ़ाई में अच्छा कर पाए तो कुछ बंदियों ने ऐसी स्किल सीखी है जो जेल के बाहर रिहा होने के बाद अपना स्वयं का रोजगार संचालित कर सकते हैं। इन बंदियों में कुछ बंदियों द्वारा दो से तीन हत्याएं कर चुके बंदी भी शामिल हैं लेकिन जेल परिसर में सालों बिताने के बाद अब वह पूरी तरह से आम नागरिक का जीवन यापन करने लगे और इसी के कारण उनके अच्छे आचरण के चलते हैं या किया जा रहा है।