Edited By Devendra Singh, Updated: 06 Nov, 2022 05:37 PM

भोरमदेव मंदिर (bhoramdeo temple) की नींव को मजबूत करने के नाम पर पुरातत्व विभाग की ओर से बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिसकी खबर पंजाब केसरी ने प्रमुखता से दिखाई थी।
कवर्धा (सतेंद्र शर्मा): भोरमदेव मंदिर (bhoramdeo temple) की नींव को मजबूत करने के नाम पर पुरातत्व विभाग की ओर से बड़ी लापरवाही सामने आई है। यह कबीरधाम में स्थापित 11वीं शताब्दी की प्राचीन, ऐतिहासिक, पुरातात्तविक एवं जन आस्था से जुड़ा स्थान है। यहां स्थानीय मजदूरों से नींव खोदाई का काम करवाया जा रहा था। पंजाब केसरी ने जब यह मामला उठाया तो आज रायपुर से पुरातत्व विभाग की टीम कवर्धा के ग्राम चौरा स्थित भोरमदेव मंदिर परिसर पहुंची, जहां फिर से टीम ने परिसर का कलेक्टर व पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों से साथ निरीक्षण किया।
भोरमदेव मंदिर की नींव के लिए होगा तेजी से काम
पुरातत्व विभाग की नींद खुलने के बाद अब मंदिर की मजबूती को बनाये रखने के लिए पुरातत्व विभाग की निगरानी में काम करवाने का दावा किया है। पुरातत्व विभाग की टीम के सदस्यों ने बताया कि प्राचीन भोरमदेव मंदिर की नींव को मजबूत बनाने के लिए तकनीकी रूप से कार्य किया जाएगा। इसके लिए चरणबद्ध कार्य किए जाएंगे। टीम ने पूर्व में प्रांरभ किए गए खुदाई कार्य का अवलोकन किया। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने संस्कृति एवं पुरात्तव विभाग के तकनीकि टीम और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की संयुक्त बैठक भी ली।
मंदिर की होगी केमिकल रिपेयरिंग
पुरात्तव विभाग के अधिकारियों ने भोरमदेव मंदिर परिसर में होने वाले प्रस्तावित कार्यों और कार्य योजना की विस्तृत जानकारी भी दी। कलेक्टर ने निरीक्षण के बाद बैठक में पुरात्तव एवं संस्कृति विभाग द्वार भोरमदेव मंदिर परिसर में होने वाले चरणबद्ध कार्यों की पूरी जानकारी ली। बैठक में पुरात्तव एवं संस्कृति विभाग के पुरातत्व वेत्ता प्रभात कुमार ने बताया कि भोरमदेव मंदिर परिसर में छत्तीसगढ़ पुरात्तव एवं संस्कृति विभाग द्वारा भोरमदेव मंदिर के नींव सुदृढ़ीकरण का कार्य, रिनावेशन, मंदिर के छत से पानी के रिसाव को रोकने वाटर प्रूफिंग, केमिकल रिपेयरिंग का काम किया जाएगा।