Edited By Vikas kumar, Updated: 19 Sep, 2019 06:20 PM
कमलनाथ सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को लेकर बीजेपी के अपने ही घर में घमासान मचा हुआ है। दरअसल, बाढ़ पीड़ितों के समर्थन में कमलनाथ सरकार के खिलाफ शिवराज सिंह चौहान ने 22 सितंबर को प्रदर्शन का ऐलान किया था। जिसे लेकर संगठन और शिवराज आमने-सामने आ गए...
भोपाल: बीतें दिनों बीजेपी के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया था कि वह कमलनाथ सरकार के खिलाफ 22 सिंतबर को विरोध प्रदर्शन करेंगे। लेकिन बीजेपी संगठन ने शिवराज के इस फैसले पर आपत्ति जताई थी। जिसके बाद संगठन और शिवराज आमने-सामने आ गए थे। लेकिन अब शिवराज को संगठन के आगे झुकना पड़ा है। अब दोनों मिलकर 20 सिंतबर को ही धरना-प्रदर्शन करेंगे। हालांकि शिवराज 21 को फिर मंदसौर जाकर किसानों से मिलने के फैसले पर कायम हैं।
बता दें कि बाढ़ प्रभावितों इलाकों का दौरा करने के लिए शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया था कि अगर 21 तारीख तक सरकार ने पीड़ितों की मदद नहीं की तो वो सरकार के खिलाफ 22 सितंबर को एक घंटे के लिए सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। इसके ठीक एक दिन बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की ओर से जारी स्टेटमेंट में कहा गया था कि बीजेपी 20 सितंबर को बाढ़ प्रभावित और किसानों के मुद्दे पर विधानसभा स्तर पर प्रदर्शन करेगी। ऐसे में एक पार्टी में एक ही मुद्दे पर दो अलग-अलग दिन प्रदर्शन के एलान के बाद आपसी दूरी के तौर पर देखा गया था।
शिवराज पहले भी पड़ चुके हैं,अकेले
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद शिवराज सिंह चौहान ने संगठन की अनुमति के बिना मध्य प्रदेश में आभार यात्रा निकालने का ऐलान कर दिया था। इसे लेकर संगठन में नाराजगी दिखी थी। नतीजा बाद में यात्रा स्थगित करनी पड़ी। अब शिवराज सिंह चौहान ने खुद इस बात ऐलान किया है कि वो 20 सितंबर को ही विधानसभा स्तर पर होने वाले पार्टी के विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे।हालांकि उन्होंने साफ किया कि वो 21 तारीख को मंदसौर दौरे पर जाएंगे और बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करेंगे।