Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 25 Apr, 2019 10:11 AM
चुनावी सरगर्मियों के बीच यहां एक तरफ राजनीतिक दल एक दूसरे को भूनाने में तुले है वहीं एक दूसरे जुबानी हमले, व धमकियां भी दी जाने लगी है। राजनेताओं का गुस्सा भी खुल कर सामने आने लगा है। ऐसा ही माहौल उस समय देखने को मिला जब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री...
भोपाल: चुनावी सरगर्मियों के बीच यहां एक तरफ राजनीतिक दल एक दूसरे को भूनाने में तुले है वहीं एक दूसरे जुबानी हमले, व धमकियां भी दी जाने लगी है। राजनेताओं का गुस्सा भी खुल कर सामने आने लगा है। ऐसा ही माहौल उस समय देखने को मिला जब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में हेलीकॉप्टर लैंडिंग की परमिशन नहीं मिली और वे नाराज हो गए। उन्होंने इसके बाद जनसभा संबोधित करते हुए कलेक्टर को खुली चुनौती दे दी।
उन्होंने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता दीदी नहीं उतरने दे रही थीं। ममता दीदी के बाद मध्य प्रदेश में कमलनाथ दादा नहीं उतरने दे रहे हैं। सत्ता के मद में ऐसे चूर मत होओ.....ये पिठ्ठू कलेक्टर सुन ले रे, हमारे दिन भी जल्दी आएंगे, तब तेरा क्या होगा?
दरअसल, शिवराज सिंह चौहान को छिंदवाड़ा से बीजेपी प्रत्याशी नत्थन शाह के प्रचार के लिए गुंडमंडी से उमरेठ जाना था। लेकिन, हेलिकॉप्टर लैंडिंग की परमिशन नहीं दी गई। जिसके बाद सीएम शिवराज ने जनसभा को संबोधित करते हुए मंच से छिंदवाड़ा कलेक्टर को (डीएम) सीएम कमलनाथ का पिट्ठू बताते हुए कहा, 'ए पिट्ठू कलेक्टर सुन ले रे, हमारे भी दिन आएंगे, तब तेरा क्या होगा।'