Edited By meena, Updated: 20 Oct, 2022 03:48 PM

कबीरधाम जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। जिले में वाटर फॉल, पहाड़, अभ्यारण्य, पुरातात्विक महत्व के एक हजार साल पुराना भोरमदेव मंदिर, उत्खनन क्षेत्र जहां 16 करोड़ साल पुराने जीवाश्म से लेकर महल, मुगलकालीन सिक्के बरामद हुआ है।
रायपुर(आदित्य श्रीवास्तव): कबीरधाम जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। जिले में वाटर फॉल, पहाड़, अभ्यारण्य, पुरातात्विक महत्व के एक हजार साल पुराना भोरमदेव मंदिर, उत्खनन क्षेत्र जहां 16 करोड़ साल पुराने जीवाश्म से लेकर महल, मुगलकालीन सिक्के बरामद हुआ है। जिसे देखते हुए वर्षो पहले कवर्धा शहर सहित भोरमदेव में पर्यटन मंडल द्वारा मोटल का निर्माण कराया गया था, करोड़ों की लागत से बने मोटल को थ्री स्टार होटल की तरह तैयार किया गया था।

जहां छत्तीसगढ़ सहित विदेशों से भी आने वाले पर्यटक आते व रुकते थे, लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण आज ये मोटल खंडहर का रूप ले चुका है। शहर के भोरमदेव जाने वाले मार्ग पर बने मोटल के एसी, लग्जरी बेड, सहित कई कीमती सामानों की चोरी हो चुकी है। दीवारें जगह जगह से गिर चुका है। करोड़ों की लागत से बना गोदना रिजॉर्ट पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। आज यहां आने वाले पर्यटकों को महंगे कीमत पर निजी रिजॉर्ट पर रहना पड़ रहा है।

साथ ही रुकने की अच्छी व्यवस्था नहीं होने के कारण बाहर से आने वाले पर्यटक ज्यादा समय तक जिले में नहीं रुकते। वही एक बार फिर से जिला प्रशासन द्वारा पर्यटन विभाग को मोटलों को सुधार करने के लिए पत्र लिखने की बात कह रहे हैं। जबकि विपक्ष एक बार फिर से सत्तादल पर मनमानी व विकास कार्यो के लिए पैसों की कमी का आरोप लगा रही है।